December 26, 2024

हिजाब विवाद में मलाला की एंट्री: भारतीय नेताओं से की ये अपील, कहा- लड़कियों को रोकना भयावह

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कर्नाटक,09फरवरी(इ खबर टुडे)। कर्नाटक में हिजाब विवाद बढ़ता जा रहा है। अब इस मामले में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई भी कूद पड़ी हैं। ममला ने मंगलवार को ट्विटर पर इस स्थिति को ‘भयावह’ बता दिया। एक समाचार रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रसिद्ध महिला अधिकार कार्यकर्ता मलाला ने भारतीय नेताओं से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर नहीं रखा जाए। उन्होंने लिखा, ‘लड़कियों को उनके हिजाब में स्कूल जाने से मना करना भयावह है।

भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं के हाशिए पर जाने को रोकना चाहिए।’ इस पोस्ट पर भाजपा विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने वाली यह कौन है? क्या उसे अपने बुर्के के पीछे नहीं छिपना चाहिए?

इससे पहले मंगलवार को राज्य में कई जिलों के कालेजों में उग्र प्रदर्शन व पथराव की घटनाओं के बाद पुलिस को लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले दागने पड़े। माहौल खराब होते देख मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने अगले तीन दिन तक सभी स्कूल-कालेजों में छुट्टी घोषित कर दी। राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि किसी को भी पुलिस को बल का प्रयोग करने को मजबूर नहीं करना चाहिए। कर्नाटक हाईकोर्ट ने छात्रों और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि कुछ लोग इस मामले को जिंदा रखना चाहते हैं। कोर्ट में अब मामले की सुनवाई बुधवार को होगी।

कर्नाटक के प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने बताया कि एक रिपोर्ट के अनुसार कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआइ) ने विवाद को हवा दी है। इस बीच, हिजाब विवाद पुडुचेरी भी पहुंच गया है। अरियंकुप्पम में एक मुस्लिम छात्रा के हिजाब पहनने पर शिक्षक के आपत्ति करने पर स्कूली शिक्षा निदेशालय ने विद्यालय के प्रमुख से जवाब तलब किया है। बता दें, कर्नाटक में जनवरी माह की शुुरुआत में उडुपी के एक सरकारी कालेज में छह छात्राओं के कक्षा में हिजाब पहनकर आने के बाद शुरू हुआ था।

कर्नाटक के उडुपी, शिवमोगा, बागलकोट और अन्य क्षेत्रों में स्थित शैक्षणिक संस्थानों में तनाव के चलते पुलिस और प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। आइएएनएस के अनुसार, देवनगेरे जिला में हरिहर फर्स्ट ग्रेड कालेज में उग्र भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसूु गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। कई पुलिसकर्मी व छात्र घायल हुए हैं। दोपहिया वाहनों को क्षति पहुंची। देवनगेरे और हरिहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। हिजाब पहनने के समर्थन में कुछ लोगों के कालेज पहुंचने के बाद विवाद बढ़ा। स्थानीय कांग्रेस विधायक रामप्पा से छात्रों की बहस भी हुई। सोमवार को भी एक विवादित इंटरनेट मीडिया पोस्ट के बाद विवाद बढ़ा था। पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए। वहीं, उडुपी के महात्मा गांधी स्मारक कालेज में हिजाब पहने छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया जबकि केसरिया पट्टा (स्टोल) डाले विद्यार्थियों के समूह ने नारेबाजी की। शिवमोगा में भी निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।

राबकावी बनहट्टी के एक कालेज में पथराव के बाद धारा 144 लागू कर दी गई। विजयपुरा, गडाग, दक्षिण कन्नड़, देवनगेरे, चित्रदुर्ग और अन्य जिलों में भी प्रदर्शन हुए। मांड्या में एक छात्रा और युवकों के बीच नारेबाजी वीडियो वायरल हुआ है। इसमें जहां छात्रा अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाती दिखाई दे रही है। वहीं छात्र जय श्री राम के नारे लगाते दिख रहे हैं।

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