Republic Day 2023: गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार महिला सैन्य दल और अग्निवीर हुए शामिल,अलग अलग राज्यों की झाकियों में भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन
नई दिल्ली,26 जनवरी (इ खबर टुडे)। देश आज अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। हर बार की तरह इस बार भी परेड और अलग-अलग राज्यों की झांकी निकाली गई, लेकिन यह पहली दफा था कि ये सब राजपथ की जगह कर्तव्य पथ पर हुआ। विभिन्न राज्यों की झाकियों में भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई गई। इस गणतंत्र दिवस पर कई बाते पहली बार हुई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पहली बार गणतंत्र दिवस पर देश का नेतृत्व किया। वे पहली बार देश के मुख्य अतिथि और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंची।
परेड की शुरुआत पहली बार मिस्र के सैन्य दल द्वारा किया गया। इन सशस्त्र बलों का नेतृत्व कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल ने किया। गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की पूरी महिला टुकड़ी दिखीं। नौसेना सहित कई अन्य सैन्य टुकड़ियों में इस बार महिलाएं शामिल दिखीं। एक महिला अधिकारी के नेतृत्व में नौसेना की टुकड़ी में 3 सैनिक और 6 अग्निवीर दिखे।
74वें गणतंत्र दिवस पर देश ने दुनिया की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार सेना ’61वीं कैवेलरी’ रेजिमेंट देखी। 61 कैवेलरी रेजिमेंट में सभी ‘स्टेट हॉर्स यूनिट्स’ समिलित हैं और इसका नारा ‘अश्व शक्ति यशोबल’ है। परेड में 75 आर्मर्ड रेजीमेंट के ‘अर्जुन’ टैंक भी देखा गया। इसका नेतृत्व कैप्टन अमनजीत सिंह ने किया। MBT अर्जुन भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है।
गणतंत्र दिवस पर 17 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और 6 विभिन्न सरकारी मंत्रालयों से 23 झांकियों का प्रदर्शन किया गया। इन झांकियों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और राष्ट्रीय सुरक्षा को दिखाया गया।
यूपी की झांकी में इस बार अयोध्या में मनाई जाने वाली दीपावली को दिखाया गया। वहीं, हरियाणा की झांकी में भगवद गीता पर आधारित प्रदर्शनी दिखाई गई। झांकी में भगवान कृष्ण को अर्जुन के सारथी के रूप में दर्शाया गया। परेड में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने एक शानदार फ्लाईपास्ट और एयर डिस्प्ले प्रस्तुत किया, जिसमें तीनों सेनाओं के 50 विमान और हेलीकॉप्टर शामिल थे। इसमें वायु सेना के 45 विमान, नौसेना का एक और थलसेना के चार हेलीकॉप्टर शामिल थे, जिन्होंने अपने करतब और पेशेवर कौशल का प्रदर्शन किया।
इस बार सबसे खास बात यह रही की गणतंत्र दिवस के कार्यकर्म में सेंट्रल विस्टा, कर्तव्य पथ और नए संसद भवन के निर्माण से जुड़े श्रमिकों, दूध, सब्जी व रेहड़ी पटरी वालों को सबसे आगे की लाइन में बिठाया गया।गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रव्यापी ‘वंदे भारतम’ नृत्य प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए 479 कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं।