November 18, 2024

Earthquake Delhi NCR: साल के पहले दिन दिल्ली-NCR में कांपी धरती, हरियाणा का झज्जर रहा भूंकप का केंद्र

नई दिल्ली,01जनवरी(इ खबर टुडे)। नए साल के आगाज के साथ ही एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्‍मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्‍जर में था। भूकंप के केंद्र की गहराई जमीन के 5 किलोमीटर अंदर थी।

जानकारी के अनुसार, हरियाणा में रात 1:19 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। हरिणाणा का झज्जर इलाका भूकंप का केंद्र रहा और इसकी तीव्रता 3.8 रही। दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ महीनों से भूंकप का सिलसिला जारी है। नए साल के जश्न में डूबे लोगों ने शायद भूकंप के झटके महसूस नहीं किए हों, लेकिन साल की शुरुआत में भूकंप के झटकों से लोगों के मन दहशत जरूर बैठ गई है।

दिल्ली-एनसीआर में बार-बार आने वाला भूकंप क्या किसी खतरे की ओर इशारा कर रहा है। एक्सपर्ट्स भी इस आशंका को मना नहीं करते हैं। एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि दिल्ली को सबसे बड़ा खतरा हिमालय रीजन की बेल्ट से है। नैशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलॉजी (एनसीएस) के अनुसार दिल्ली में बड़े भूकंप की आशंका कम है, लेकिन इससे पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता। दिल्ली को सबसे बड़ा खतरा इस समय हिमालय रीजन की बेल्ट से है।

हिमाचल में भी ढोली धरती
हिमाचल प्रदेश में साल के आखिरी दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए। शनिवार सुबह 5 बजकर 51 मिनट पर मंडी जिले में हल्का भूकंप आया है। मंडी जिले के सुंदरनगर के समीप नालू नामक स्थान भूकंप का केंद्र रहा है। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 2.8 थी। तीव्रता कम होने की वजह से अधिकांश लोग इसे महसूस नहीं कर पाए। इस दौरान किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में पिछले 15 दिनों में चार बार भूकंप आया है। 26 दिसंबर को कांगड़ा में 2.8 की तीव्रता के भूकंप के झटके लगे थे। इससे पहले 21 दिसंबर को लाहौल-स्पीति जिले में 2.6 और 16 दिसंबर को किन्नौर जिला में 3.4 की तीव्रता का भूकंप आ चुका है।

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