आलेख-राशिफलइंदौरउज्जैनमध्य प्रदेश

देवास शहर से होकर उज्जैन ,इंदौर नहीं जाएंगी अब बस, देखें नई व्यवस्था

देवास में लगातार हो रही हादसों के बादकलेक्टर ऋतुराज सिंह ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। यात्री बसों के मार्ग परिवर्तन पर चर्चा की गई। इसी क्रम में एसपी पुनीत गेहलोद और एएसपी (यातायात) हरिनारायण बाथम की उपस्थिति में बस संचालकों के साथ एसपी कार्यालय देवास में बैठक की गई। देवास से संचालित यात्री बसों के मार्ग में परिवर्तन करने की व्यवस्था 15 दिन के पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में सर्वसम्मिति से लागू किया गया। गौरतलब है कि 10 मार्च को कोर्ट गेट के सामने बस ने एमबीबीएस कर रही युवती रीना ठाकुर की स्कूटी को टक्कर मार दी थी। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। शहरवासियों ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी।

स्कूल-कॉलेज की बसें यथावत चलेंगी: देवास शहर के अंदर से होकर जाने वाली स्कूल स्कूल और कॉलेज की बसें पहले की तरह चलेंगी। इनके ऊपर पायलट प्रोजेक्ट लागू नहीं किया गया है। देवास शहर में इंदौर के स्कूल कॉलेज की भी कई बसें विद्यार्थियों को लेने के लिए आती हैं वे यथावत चलती रहेंगी।

बायपास के चारों चौराहों पर होगी पुलिस की व्यवस्थाः के

देवास से चारों ओर बायपास से आने वाली बसों और भारी वाहनों से शहर को मुक्त कराने के लिए भोपाल बायपास चौराहा, रसूलपुर चौराहा, नागूखेड़ी चौराहा और मक्सी बायपास चौराहे पर पुलिस बल तैनात कर व्यवस्था बनाई जाएगी।

इंदौर रुट पर 40 और उज्जैन रुट पर 30 बसें तीन-तीन चक्कर लगाती हैं

देवास से इंदौर और उज्जैन रुट पर प्रतिदिन उपनगरीय बसें संचालित होती हैं। इनमें देवास-इंदौर रुट पर 40 और देवास-उज्जैन स्ट पर 30 बसें चलती हैं, जो कि दिनभर में तीन-तीन चक्कर लगाती हैं। ये बसें एबी रोड पर गुरुद्वारा के सामने बस स्टैंड से निकलकर शहर के अंदर से होकर जाती हैं। इंदौर जाने वाली बसें लालगेट, पोस्टऑफिस, सयाजी द्वार के पहले, एमजी चौराहा होकर जगह-जगह स्टॉपेज पर रुककर रसूलपुर चौराहा पहुंचती हैं। इसी प्रकार उज्जैन जाने वाली बसें उज्जैन रोड तिराहे से मुड़कर इटावा और नागूखेड़ी पहुंचती हैं। इसी प्रकार इंदौर-भोपाल, शाजापुर जाने वाली 40 बसें बाहर से आती हैं। प्रतिदिन 10 हजार से अधिक डेली अपडाउनर्स आना-जाना करते हैं।

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