December 25, 2024

दोपहर तक तमिलनाडु पहुंचेगा वरदा, 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं तूफानी हवाएं

varda

चेन्नै,12 दिसम्बर (इ खबर टुडे)। वरदा के प्रभाव के कारण फिलहाल चेन्नै और इसके आसपास के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। यह बारिश अगले एक दिन तक जारी रहने की संभावना है। यहां 100 से 200 mm वर्षा होने की संभावना जताई गई है। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ के कारण आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। सोमवार दोपहर तक इस तूफान का लैंडफॉल चेन्नै में होगा। इसके बाद यह आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तटीय इलाकों की ओर बढ़ेगा। वरदा से निपटने के लिए तमिलनाडु में NDRF की 7 और आंध्र प्रदेश में 6 टीमें भेजी गई हैं। इस साल चेन्नै में मॉनसून के बाद औसत के मुकाबले केवल 27 फीसद बारिश ही हुई थी। तमिलनाडु सरकार ने चेन्नै और इसके आसपास के इलाकों में स्थित निजी कंपनियों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों को 2 दिन का अवकाश या फिर घर से ही काम करने की अनुमति दे दें।

NDMA ने चेतावनी दी है कि तूफानी हवाओं की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। तमिलनाडु तट पर लैंडफॉल के समय इन हवाओं की रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो जाएगी। इस दौरान समुद्र की लहरें 1 मीटर ऊंची उठ सकती हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMCA) ने तमिलनाडु वरदा के लिए आपातकालीन नंबर भी जारी किया है। किसी भी इमरजेंसी या असुविधा की स्थिति में लोग इन नंबरों पर फोन कर जानकारी दे सकते हैं।

NDRF के DIG एसपी सेलवन ने बताया, ‘आंध्र प्रदेश में हमारी 6 टीमें और तमिलनाडु व पुदुचेरी में 8 टीमें तैनात हैं।’ तूफान की गति और इसके कारण होने वाली बारिश के पूर्वानुमान के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘दिन के समय भारी बारिश होगी। हवा की रफ्तार भी काफी तेज होगी, लेकिन जैसे-जैसे दिन खत्म होगा, वैस-वैसे इसकी गति भी कम होती जाएगी। यह तूफान अभी पश्चिम की ओर बढ़ेगा और उत्तरी तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश के दक्षिण तटों से गुजरते हुए यह धीरे-धीरे कमजोर पड़ता जाएगा।’
राष्ट्रीय आपदा राहत बल के डायरेक्टर जनरल आर केपचनंदा ने वरदा के मद्देनजर की गई तैयारियों के बारे में बताते हुए कहा, ‘हम पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। हमारे राहत दल आंध्र प्रदेश में पहले से तैयार हैं। चेन्नै में हमारी 3 टीमें, एक टीम कांचीपुरम में और 2 दल तिरुवल्लुर में तैनात हैं। एक टीम पुदुच्चेरी के लिए भेजी जा चुकी है। अरक्कोनम में भी किसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त लोग हैं।’ उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश सरकार के साथ भी पूरा तालमेल हैं और सभी संबंधित एजेंसियां साथ मिलकर आपसी सहयोग के साथ काम कर रही हैं।
तमिलनाडु में भारतीय मौसम विभाग के निदेशक एस बालाचंद्रन ने बताया, ‘अगले 36 घंटों के दौरान तमिलनाडु के उत्तरी तटीय इलाकों, पॉन्डिचेरी, चेन्नै और तिरुवल्लूर के इलाकों में बारिश होगी।’ वरदा के आगे बढ़ने की दिशा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘तूफान अभी पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए चेन्नै की तरफ आ रहा है।

‘वरदा’ से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है। मछुआरों से अगले 48 घंटे तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। ‘वरदा’ के चलते तमिलनाडु सरकार ने प्रभावित इलाकों में सोमवार को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है। इसके तहत स्कूल-कॉलेज और दफ्तर बंद रहेंगे। इस चक्रवाती तूफान के मद्देनजर रविवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की अध्यक्षता में राज्य सरकार के अधिकारियों और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की मीटिंग हुई थी, जिसमें तूफान से पहले की तैयारियों का जायजा लिया गया था। हालांकि, मौसम विभाग के अधिकारी बी. राजा राव ने बताया, ‘सोमवार को चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट और चेन्नै के पास तमिलनाडु के उत्तरी तट को पार करेगा। इसके बाद यह तूफान कमजोर पड़ने लगेगा।’ राज्य के बिजली बोर्ड को तूफान से पहले एहतियातन पावर सप्लाई बंद करने के लिए कहा गया है।

चक्रवात के कारण चेन्नै सहित तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भारी बारिश भी हो सकती है। बताया गया कि हवा की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे या इससे ज्यादा भी हो सकती है। चक्रवात के पहुंचने के समय लहरों के करीब एक मीटर तक उठने की आशंका जताई गई है। उधर, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इस तूफान के कारण खाड़ी देशों की अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। वह रविवार को यात्रा के लिए निकलने वाले थे।

मालूम हो कि 7 नवंबर को बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाला क्षेत्र बनने के कारण यह चक्रवातीय तूफान पैदा हुआ था। इसके कारण अंडमान द्वीप पर भारी बारिश हुई। पश्चिम की ओर बढ़ते हुए सोमवार दोपहर तक वरदा चेन्नै तट पर पहुंच जाएगा। इसका नाम पाकिस्तान ने रखा है। वरदा उर्दु भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ ‘गुलाब’ होता है।

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