November 24, 2024

सहयोग और समन्वय से निर्वाचन कार्य को अंजाम दें

अन्तर्राज्यीय जिलों की समन्वय बैठक संपन्न

रतलाम 28 मार्च(इ खबरटुडे)। लोकसभा निर्वाचन-2014 के अन्तर्गत निर्वाचन प्रक्रिया को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के उद्देश्य से रतलाम जिले से लगे राजस्थान राज्य के जिलों के अधिकारियों ने सहयोग और समन्वय के साथ निर्वाचन दायित्व निभाने का विश्वास व्यक्त किया है। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित अन्तर्राज्यीय जिलों की समन्वय बैठक में रतलाम सहित राजस्थान के बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ एवं झालावाड़ जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे ।
बैठक की शुरूआत करते हुए रतलाम कलेक्टर राजीव दुबे ने कहा कि आगामी लोकसभा निर्वाचन के दौरान सीमा क्षेत्रों में स्थित मतदान केन्द्रों पर शांतिपूर्वक मतदान कराने के उद्देश्य के लिए जिलों के बीच समन्वय आवश्यक है। सीमा क्षेत्रों में स्थित संबंधित अधिकारी- कर्मचारी आपसी सहयोग एवं निरन्तर संपर्क में रहकर अपने दायित्व को गंभीरतापूर्वक निभाएं।
कलेक्टर बांसवाड़ा के.बी.गुप्ता ने कहा कि विगत विधानसभा चुनाव में रतलाम और बांसवाड़ा जिले के बीच समन्वय के कारण मतदान प्रक्रिया निर्विघ्न संपन्न हुई थी। बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत बांसवाड़ा जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र एवं डुंगरपुर के तीन विधानसभा क्षेत्र शामिल है। इस बार रतलाम एवं बांसवाड़ा दोनों संसदीय क्षेत्रों में मतदान की तिथि अलग-अलग है। बांसवाड़ा में मतदान 17 अप्रैल को तथा रतलाम में 24 अप्रैल को होगा। इसलिए दोनों के मध्य सहयोगात्मक गतिविधियां संचालित की जा सकेंगी। बांसवाड़ा जिले में सीमा से लगे स्थानों पर दस जगह नाकाबंदी की जा रही है तथा रतलाम जिले में भी हमने सात स्थानों पर नाकाबंदी के लिए स्थान प्रस्तावित किए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध हथियारों ,अपराधियों के आवागमन,शराब परिवहन आदि से संबंधित वारदातों पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है। पुलिस अधीक्षक बांसवाड़ा अनिल कुमार ने कहा कि अपनी प्रतिबद्धता और उद्देश्य स्पष्ट होगा तो हम अपने लक्ष्य में सफल होंगे। यदि किसी भी तरह की सूचना इस दौरान प्राप्त होती है तो अपने साथी अधिकारी के साथ उसकी चर्चा करें और पूरे आत्म विश्वास और इच्छा शक्ति के साथ दायित्व निर्वाह करें।
बैठक में कलेक्टर प्रतापगढ़ रतन लाहोटी ने कहा कि यह समय अफीम उत्पादन,शराब ठेके में परिवर्तन का है। इसलिए इन कार्यों से जुड़े संदिग्ध अपराधियों पर नजर रखने की आवश्यकता है। सीमा क्षेत्रों में साम्प्रदायिक सद्भाव रखने के लिए दोनों जिले के संबंधित अधिकारियों को ताल-मेल से कार्य करना होगा। कानून-व्यवस्था की दृष्टि से हमें सतर्क रहते हुए अपने दायित्व का निर्वहन करना होगा। पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़  यू.एल.छानवाल ने कहा कि निर्वाचन अवधि के दौरान जितने भी अपराधी किस्म के लोग है उन्हें अभियान चलाकर गिरफ्तार किया जाए। प्रतापगढ जिले में हमने 15 जगह नाकाबंदी के स्थान चिन्हित किए हैं। मतदान दिवस से दस दिन पूर्व अन्तर्राज्यीय प्वाइन्ट्स पर नाकाबंदी शुरू की जाएगी। इसी तरह जिस दिन मध्यप्रदेश से जुड़े जिलों में मतदान होगा उसके दस दिन पूर्व से ही नाकाबंदी की जाएगी। इस तरह अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की आवाजाही पर नजर रखी जा सकेगी।
अपर कलेक्टर झालावाड़ खुमानसिंह ने बताया कि झालावाड़ संसदीय क्षेत्र बारा और झालावाड़ से मिलकर बनी है। झालावाड़ से मध्यप्रदेश के जो जिले जुड़े है उनमें सभी के साथ हमने समन्वय स्थापित किया है। मतदान दिवस के पूर्व ही हम सभी तैयारियां कर लें तो मतदान के दिन निÏश्चतता बनी रहेगी। उच्च स्तर पर जो योजना बन रही है उसका पालन निचले स्तर पर भी होगा तो परिणाम बेहतर रहेंगे। सीओ झालावाड़ भागचन्द ने बताया कि रतलाम जिले से झालावाड़ के उन्हेंल और गंगधार क्षेत्र जुड़े हैं। इन क्षेत्रों में कंजर गतिविधियों पर हमारी निरन्तर नजर बनी हुई है। हमें विश्वास है कि मतदान प्रक्रिया और इस पूरी अवधि के दौरान क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जा सकेगा।
पुलिस अधीक्षक रतलाम डा.जी.के.पाठक ने सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए बनाई गई कार्य-योजना का प्रस्तुतीकरण करते हुए बताया कि रतलाम जिले में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने विशेष अभियान चला रखा है। सीमा से जुड़े 46 मतदान केन्द्रों में 39 को सामान्य एवं 7 को क्रिटिकल माना गया है। रतलाम जिले के कंजर प्रभावित 141 गांवों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। अन्तर्राज्यीय सीमा में नाकाबंदी के लिए विशेष बैरियर बनाए गए हैं। इन मार्गों पर चैकिंग के दौरान जो वाहन तैनात किए जाएंगे उन्हें विशेष रूप से तैयार किया गया है। जिले में तीन ऐसे वाहन तैयार किए गए हैं जिनमें सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। यह वाहन जहां खड़े किए जाएंगे वहां की समस्त गतिविधियां कैमरे में कैद हो जाएगी। इन वाहनों का उपयोग भीड़ प्रबंधन एवं अतिविशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा में भी किया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत चौबे ने इस दौरान बताया कि राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में निर्वाचन के दौरान अति विशिष्टजनों का आवागमन बना रहेगा इसलिए संबंधित क्षेत्रों के अधिकारियों के मध्य निरन्तर संवाद और सूचनाओं का आदान-प्रदान होता रहे तो इससे कार्य करने में आसानी होगी।
बैठक में सीमावर्ती जिलों में कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा,फरार बदमाशों एवं स्थाई वारंटियों की सूचियों का आदान-प्रदान,शराब माफिया एवं ड्रग माफिया की गतिविधियों को रोकने संबंधी चर्चा की गई। इस दौरान अवैध परिवहन पर रोक लगाने,सक्रिय गिरोहों की सूची का आदान-प्रदान, कम्युनिकेशन प्लान का समन्वय आदि बिन्दुओं पर भी चर्चा की गई। इस दौरान रतलाम जिले में बांसवाड़ा,प्रतापगढ़ तथा झालावाड़ जिलों से जुड़े सीमा क्षेत्रों के एसडीओपी एवं थाना प्रभारियों ने भी अब तक अपने क्षेत्रों में की गई कार्यवाही की जानकारी दी। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार धोका, संयुक्त कलेक्टर  आर.के. नागराज,एसडीओ  सुनील झा, तहसीलदार  वीरेन्द्र कटारे एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

You may have missed