कार्यकर्ता नदारद,नेताओं में जूतम पैजार
गुटीय खींचतान के चलते कांग्रेस का आन्दोलन हुआ बेअसर
रतलाम,31 मार्च (इ खबरटुडे)। विधानसभा चुनाव से लेकर नगर निगम और पंचायत चुनावों तक लगातार पराजय की पीडा झेल रही कांग्रेस के नेताओं ने इतनी पराजयों से भी कोई सबक नहीं सीखा है। राज्य और केन्द्र सरकार की विफलताओं को सामने लाने के लिए कांग्रेस द्वारा शुरु किया गया आन्दोलन नेताओं की आपसी खींचतान में बेअसर होकर रह गया है। आन्दोलन से आम कार्यकर्ताओं का जुडाव तो नदारद है,नेताओं की आपसी जूतम पैजार जनता के बीच कांग्रेस की किरकिरी करवा रही है। मंगलवार को कांग्रेस के प्रदर्शन में भी आपसी विवाद ही होते रहे।
कांग्रेस की जिला और शहर कमेटी ने मंगलवार को पूरे जिले का कार्यकर्ताओं का सम्मेलन और प्रदर्शन घोषित किया था। कालिकामाता परिसर में बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एकत्रित होने के दावे किए गए थे। कालिका माता परिसर में बडी मुश्किल से थोडे बहुत कार्यकर्ता एकत्रित हो पाए थे। इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया विशेष रुप से रतलाम आए थे।
गिनती के कार्यकर्ताओंकी मौजूदगी में नेता,केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकारों के खिलाफ भाषण दे रहे थे,कि तभी सैलाना से आए नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं के साथ विवाद शुरु कर दिया। सैलाना के कांग्रेसी नेता मंच पर स्थान नहीं दिए जाने से आक्रोशित थे। कथित तौर पर जनता के हित में शुरु किया गया कांग्रेस का आन्दोलन नेताओं के आपसी विवाद में उलझ कर रह गया। हांलाकि बाद में नेताओं ने कलेक्टोरेट पंहुचकर ज्ञाापन सौंपा,लेकिन कुल मिलाकर नेताओं की आपसी खींचतान के चलते कांग्रेस का यह आन्दोलन मजाक बनकर रह गया।
उल्लेखनीय है कि आलोट में भी पूर्व सांसद प्रेमचन्द्र गुड्डू के नेतृत्व में हुए किसानों के प्रदर्शन में किसानों की समस्याओं पर तो कम बात हुई,कांग्रेस की आपसी खींचतान पर अधिक चर्चा हुई। पूर्व सांसद प्रेमचन्द गुड्डू ने विरोधी गुट के लिए बेहद अमर्यादित भाषा का उपयोग किया,जिसको लेकर राजनीतिक क्षेत्रों में जमकर चर्चाएं है। प्रेमचन्द गुड्डू के भाषण की विडीयो क्लिपिंग भी व्हाट्स एप्प पर बहुत देखी जा रही है।