November 24, 2024

उत्साह के साथ निकला संघ का पथसंचलन

जगह-जगह पुष्पवर्षा,अल्पसंख्यकों ने भी किया स्वागत
रतलाम,14 अक्टूबर (इ खबर टुडे)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथसंचलन शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरा। मार्ग में जगह जगह पुष्पवर्षा कर नागरिकों ने स्वयंसेवकों का स्वागत किया। शहर सराय क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के बंधुओं ने भी संचलन पर फुल बरसाए। इससे पहले राजपूत बोर्डिंग पर पारंपरिक शस्त्र पूजन का कार्यक्रम और विभाग प्रचारक अखिलेश मिश्र का बौध्दिक हुआ।
संघ का विजयादशमी उत्सव निर्धारित समय सुबह आठ बजे राजपूत बोर्डिंग परिसर में प्रारंभ हुआ। दशहरे के अवसर पर की जाने वाली शस्त्र  पूजा के पश्चात उज्जैन विभाग के विभाग प्रचारक अखिलेश मिश्र ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित किया।
श्री मिश्र ने अपने सम्बोधन में कहा कि संघ कार्य को लेकर तरह तरह के दुष्प्रचार किए जाते है। लेकिन संघ की शाखाओं पर देशप्रेम और अनुशासन का पाठ पढाया जाता है। जब तक देश के नागरिकों में देशप्रेम की भावना और अनुशासन नहीं होगा,देश उन्नति नहीं कर सकता। उन्होने कहा कि संघ देश की सज्जन शक्ति को संगठित करने के कार्य में लगा है। सज्जन शक्ति के संगठन से ही देश सबल हो सकता है।
श्री मिश्र ने कहा कि लम्बे समय तक आक्रान्ताओं से जूझते रहने और दासता में जकडे रहने के कारण देश का हिन्दू समाज आत्मविस्मृति के गर्त में खो गया था। देश का वातावरण ऐसा बन गया था कि हिन्दू स्वयं को हिन्दू कहने में लज्जा का अनुभव करने लगा था। स्वामी विवेकानन्द ने सुदूर अमेरिका में जाकर हिन्दुत्व के गौरव को स्थापित किया था। संघ संस्थापक डॉ.हेडगेवार ने हिन्दू समाज को जागृत और संगठित करने के उद्देश्य से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। उनका स्पष्ट विचार था कि हिन्दू समाज के संगठित होने से ही देश की समस्याओं का निराकरण हो सकेगा। अपने गौरवमय अतीत से प्रेरणा लेकर हिन्दू समाज को आगे बढना होगा। श्री मिश्र ने कहा कि हिन्दुत्व का विचार लोकमंगल का विचार है और यही विचार संघ का भी है। संघ सभी के मंगल की कामना करता है। संघ किसी के प्रति विद्वेष नहीं रखता। उन्होने स्वयंसेवकों से आव्हान किया कि वे राष्ट्रनिर्माण के इस पुनीत कार्य में प्राण प्रण से जुट जाए।
उत्साह के साथ संचलन
शस्त्र  पूजन और बौध्दिक के बाद स्वयंसेवकों का विशाल पथ संचलन प्रारंभ हुआ। घोष की सुमधुर स्वरलहरियों के साथ स्वयंसेवक कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। संघ का यह पथ संचलन राजपूत बोर्डिंग से न्यू रोड,लोकेन्द्र टाकीज,शहर सराय,नाहर पुरा,डालूमोदी बाजार,नौलाई पुरा,चोमुखीपुल,चान्दनी चौक से होता हुआ लोहार रोड,आबकारी चौराहा,शहर सराय और सैलाना बस स्टैण्ड होते हुए पुन: राजपूत बोर्डिंग पंहुचा।
मार्ग में अनेक स्थानों पर नागरिकों ने संचलन के स्वागत के लिए मंच बनाए थे। स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया गया। शहर सराय पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी संचलन पर फुल बरसाए। पथ संचलन में सैकडों की संख्या में गणवेशधारी स्वयंसेवक शामिल हुए।

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