Indore breaking:कोरोना संक्रमित के शव का पोस्टमार्टम, शरीर में मिले रक्त के काले थक्के
इंदौर,11 मई (इ खबर टुडे)। इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में एक कोविड संक्रमित मरीज का पोस्टमार्टम किया गया तो उसमे मरीज की मौत के जो कारण सामने आए वो काफी विलक्षण थे। गौरतलब है कि इंदौर में अभी संक्रमण से मृत शव का पोस्टमार्टम नहीं किया जा रहा है। ऐसे में इंदौर में संभवत: यह पहला मामला है जब किसी कोविड संक्रमण से मृत मरीज का पोस्टमार्टम किया गया है। अरबिंदो अस्पताल की क्रिटिकल केयर यूनिट (आइसीयू) में सोमवार को इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र से 40 वर्षीय युवक को मृत अवस्था में लाया गया। उनके परिजनों के मुताबिक उसे कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। उसे दिल, मस्तिष्क व कैंसर संबंधित बीमारी भी नहीं थी। युवक की असामान्य मृत्यु की आशंका को देखते हुए पुलिस को सूचना दें अस्पताल प्रबंधन द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया।
फेफड़ो में मिले रक्त के काले थक्के
युवक का पोस्टमार्टम करने वाले अरबिंदो अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डा. पंकज नेमा के मुताबिक युवक की असामान्य मृत्यु और कोविड के कोई भी लक्षण न होने पर हमने मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम का निर्णय लिया। पोस्टमार्टम में काफी चौकाने वाली चीजें सामने आईं। युवक के फेफड़ों का आकार बढ़ा हुआ था और उसमें सूजन थी तथा निमोनिया के लक्षण भी थे। फेफड़े तैलीय और चमकदार थे। पूरे फेफड़ों की रक्त प्रवाह नलियों में रक्त के छोटे व बड़े थक्के भरे हुए थे। इन थक्कों के रक्त का रंग काला पड़ गया था। उसके ह्दय के दोनों वेंट्रिकल्स में भी इसी तरह के काले थक्कों के साथ रक्त काला पड़ गया था।
इसके अलावा उसके मस्तिष्क की रक्त प्रवाह करने वाली नलियों में गहरे काले रंग के चमकदार थक्के मौजूद थे। इन तीनों वाइटल आर्गन्स (जीवनीय अंगों) में रक्त का इस अवस्था में होना एकदम से असामान्य था। डाम.नेमा के मुताबिक कोविड संक्रमण के कारण ही संभवत: युवक के शरीर में ये बदलाव आए जिससे उसकी मौत हो गई। बाद में पूछताछ में मृत युवक के स्वजन ने बताया कि युवक को छह-सात दिन से बुखार आ रहा था और सांस लेेने में दिक्कत भी हो रही थी। वह घर पर ही उपचार ले रहा था। युवक की न कोविड जांच हुई थी और न ही सिटी स्कैन हुआ था। उसकी रक्त जांच में सीआरपी का 138 होना भी कोरोना की पुष्टि करता है। डा. नेमा के मुताबिक तीनों जीवनीय अंगों में इतनी अत्यधिक मात्रा में रक्त के थक्कों का मिलना मेरे जीवन का पहला प्रकरण है। पोस्टमार्टम के दौरान किसी रोगी में कोविड संक्रमण से हुई मौत में पहली बार इस तरह के लक्षण पोस्टमार्टम में देखने को मिले है।
रतलाम के मेडिकल कालेज में भी हो चुका है संक्रमित का पोस्टमार्टम
इंदौर में संक्रमण से मौत के बाद किसी शव का पोस्टमार्टम होने का संभवत: यह पहला मामला है। इसके पूर्व रतलाम के मेडिकल कालेज में इसी तरह अज्ञात कारणों से हुई मौत के बाद युवक का पोस्टमार्टम किया गया था। इस दौरान जो जानकारी सामने आई थी उसमें कोविड संक्रमण से मौत होने की पुष्टि हुई थी। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कालेज द्वारा कोविड संक्रमण से मृत लोगों के शवों के पोस्टमार्टम की योजना जरूर बनाई गई लेकिन इसके लिए गाइडलाइन व अनुमति नहीं मिलने के कारण अभी कोविड संक्रमण से मरने वालों के शवों का पोस्टमार्टम महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में नहीं किया जा रहा है।