Do not worry/मप्र में 12 वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द होने पर रिजल्ट से संतुष्ट न होने वाले विद्यार्थियों के सामने रखा जाएगा परीक्षा का विकल्प
भोपाल,02 जून (इ खबरटुडे)। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदरसिंह परमार ने कहा कि प्रदेश के किसी भी विद्यार्थी को घबराने की जरूरत नहीं है। हायर सेकंडरी का रिजल्ट वैज्ञानिक पद्धति से तैयार किया जाएगा। परमार ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर पड़ने की अधिक संभावना है।
वहीं परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों एवं अभिभावकों में अनिश्चितता का माहौल था। इसलिए हायर सेकंडरी परीक्षा निरस्त करने का निर्णय महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि रिजल्ट से संतुष्ट न होने वाले विद्यार्थियों के लिए परीक्षा का विकल्प भी रखा जाएगा।
इस मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 12 वीं बोर्ड के रिजल्ट किस प्रकार आएंगे इसके लिये मंत्रियों का एक समूह बना दिया गया है जो विशेषज्ञों से बात कर रिजल्ट का तरीका तय करेगा। अगर 12 वीं का कोई बच्चा बेहतर परिणाम या सुधार के लिये परीक्षा देना चाहेगा तो उसके लिये विकल्प खुला रहेगा।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (आईसीएसई) के बाद मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) की हायर सेकंडरी परीक्षा भी रद कर दी गई है। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बच्चों की जिंदगी हमारे लिए अनमोल है। करियर की चिंता बाद में कर लेंगे। अब हाईस्कूल की तरह ही आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर हायर सेकंडरी का रिजल्ट घोषित करने पर विचार चल रहा है। हालांकि प्रदेश में शैक्षणिक गतिविधियां शुरू करने के लिए गठित मंत्रियों के समूह को भी रिजल्ट तैयार करने के और भी विकल्प सुझाने की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश में 7.25 लाख विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हो रहे थे।
राज्य सरकार कोरोना संक्रमण के चलते हाईस्कूल परीक्षा पहले ही रद्द कर चुकी है, पर सरकार किसी भी सूरत में हायर सेकंडरी परीक्षा कराना चाहती थी। इसके पीछे अधिकारियों का तर्क था कि पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थी आगे जाएंगे तो स्नातक का रिजल्ट खराब होगा। इस तर्क से स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदरसिंह परमार भी सहमत थे। इसलिए माशिम ने 20 जून से परीक्षा कराने की तैयारी कर ली थी।
इस बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में परीक्षा को लेकर बैठक हो गई जिसमें सभी राज्यों से परीक्षा को लेकर सुझाव मांगे गए थे। इस स्थिति को देखते हुए माशिम ने परीक्षा 26 जून से कराने की तैयारी शुरू कर दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तो आकलन के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा, पर कोई विद्यार्थी रिजल्ट से संतुष्ट न हो और सुधार करना चाहता है, तो वह कोरोना संक्रमण की स्थिति ठीक होने के बाद परीक्षा दे सकेगा। यह विकल्प उसके लिए खुला रखा जाएगा।