मार्च और अप्रैल महीने में करें इन 4 सब्जियों की खेती 55 से 65 दिनों में होगी बंपर पैदावार

सब्जी की खेती कर रहे किसानों के लिए मार्च और अप्रैल महीने में इन पांच प्रकार के सब्जियों की खेती कर 55 से 65 दिनों के अंदर लाखों रुपए का मुनाफा कमा सकते हैं हमारे देश के अंदर अलग-अलग हिस्सों में रवि फसलों की कटाई और कढ़ाई जोरों से चल रही है. क्योंकि गेहूं चना सरसों यह मुख्य अनाज की फसल होती है
इन फसलों को देश के ज्यादातर क्षेत्रों में लगाया जाता है आपको बता दें कि रवि की जो फसल है फरवरी महीने के लास्ट सप्ताह के अंदर सरसों की कटाई और कढ़ाई जोरो से शुरू हो जाती है और वही बात करेंगे गेहूं की फसल की तो अप्रैल के पहले सप्ताह से लेकर अप्रैल के लास्ट सप्ताह तक चलती है इन फसलों को निकालकर आगे के लिए अपने खेत को तैयार करते हैं खेत को तैयार करने के पश्चात खरीफ फसल की बुवाई शुरू हो जाती है. जैसै धान, मक्का, ज्वार, बाजरा,कपास, मूंगफली और सोयाबीन इत्यादि की बुवाई जून-जुलाई के महीने में मानसून के दौरान शुरू कर दी जाती है
इसी बीच किसान का खेत थोड़ा बहुत खाली हो तो मार्च और अप्रैल महीने में बोई जाने वाली विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती कर सकते हैं और बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं मार्च और अप्रैल माह के अंदर सब्जियों की मार्केट थोड़ी ऊंची होती है इसी प्रकार अगर किसान मार्च और अप्रैल माह के अंदर विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती कर 55 से 65 दिनों के अंदर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं
मार्च और अप्रैल माह के अंदर इन सब्जियों के खेती कर बहुत कम दिनों में अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं
भिंडी की खेती
मार्च महीने के लास्ट सप्ताह और अप्रैल के पहले सप्ताह के अंदर अगर भिंडी की खेती करना चाहते हैं तो बहुत कम दिनों के अंदर मोटा प्रॉफिट कमा सकते हैं भिंडी को गर्मी की मुख्य सब्जी कहा जाता है और मार्च और अप्रैल माह के अंदर बाजार बहुत अच्छी डिमांड होती है अगर किसान अच्छे और हाईब्रीड बीज से भिंडी की अगेती किस्मों की खेती करता है, तो इसकी अच्छी पैदावार होती है और लाभ भी अधिक होता है इसकी अगेती खेती करने के लिए सिंचाई की उचित व्यवस्था होना बहुत जरूरी है भिंडी की फसल के लिए कम से कम 20 डिग्री तापमान की जरूरत होती है और पौधे के अच्छे विकास के लिए 30 से 35 डिग्री तापमान होना बहुत जरूरी है
बैंगन की खेती
मार्च और अप्रैल महीने के अंदर बैंगन की खेती करते हैं तो अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं बैंगन की खेती को गर्म जलवायु की जरूरत होती है
बैंगन की वर्षा कालीन फसल के लिए अप्रैल महीने में बुवाई की जाती है प्रति हेक्टेयर में बैंगन की बिजाई के लिए सामान्य किस्मों की लगभग 250-300 ग्रा. और संकर किस्मों का 200 से 250 ग्रा बीज की आवयश्कता होती हैं। बैंगन को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है गर्मी के मौसम में बैंगन की सिंचाई 3 से 4 दिन बाद करनी होती है आने वाले दिनों में बाजारों अच्छे खासे दाम मिलेंगे और बैंगन की खेती गहरी दोमट मिट्टी में ही करें खेत में पानी की निकासी का भी ध्यान रखें
लौकी की खेती
यह एक ऐसी सब्जी है जो हर सीजन में उपलब्ध होती है और लोग इसे बहुत शौक के साथ खरीदते हैं और खाते हैं लौकी को सदाबहार सब्जी के रूप में जाना जाता है यह एक कद्दू वर्गीय सब्जी है किसान भाई लौकी की खेती साल में तीन बार कर सकता है आपको बता दें कि क्योंकि इसका उपयोग सब्जी के अलावा रायता और हलवा बनाने में भी किया जाता है। बाजार में इसकी हर समय मांग को देखते हुए किसान भाई इसकी बुवाई अप्रैल में कर सकते हैं। इसकी खेती से कम लागत खर्च पर अधिक लाभ कमा सकते हैं
तोरई की खेती
गर्मियों के दिनों में अगर आप भी तोरई की खेती करना चाहते हैं तो
तोरई की खेती के लिए कार्बनिक पदार्थों से युक्त उपजाऊ मिट्टी की जरूरी होती है गर्मियों के मौसम में इसके पौधे अच्छे से वृद्धि करते हैं इसका पौधा सामान्य तापमान में अच्छे से अंकुरित होता हैं और अधिकतम 40 डिग्री तापमान सहन कर सकता है ओर गर्मियों में ज्यादातर लोग तोरई खाना पसंद करते हैं ऐसे में इसकी खेती से होने वाली पैदावार किसान भाईयों को मार्केट में काफी अच्छे दाम दिला सकती है और कुछ ही दिनों में लाखों रुपए कमा सकता है