36 घण्टे में अठारह इंच बारिश,पानी से मची त्राहि-त्राहि
कभी धीमी,तो कभी तेज लेकिन शुक्रवार शाम से अब तक नहीं रुकी बारिश
रतलाम,26 जुलाई (इ खबरटुडे)। इस अचंल के लिए कई दशकों में यह पहला मौका है,जब मात्र ३६ घण्टों में अठारह इंच बारिश गिर चुकी है। शुक्रवार शाम से शुरु हुई बारिश का सिलसिला अब तक नहीं थमा है। कभी धीमी तो कभी तेज,लेकिन बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। कम से कम चार जाने ले चुकी इस बारिश ने लाखों का नुकसान किया है। लोग अब बारिश से त्राहि त्राहि करने लगे है।
शनिवार रात भर बारिश होती रही। रविवार सुबह आठ बजे लिए गए वर्षा के आंकडे चौंकाने वाले थे। रविवार सुबह आठ बजे समाप्त हुए चौबीस घण्टों में रतलाम में कुल दस इंच बारिश दर्ज की गई। जबकि शनिवार रात को आठ इंच बारिश दर्ज की जा चुकी थी। इस तरह छत्तीस घण्टों में कुल अठारह इंच बारिश का रेकार्ड बन चुका है। इस धुंआधार बारिश ने जहां कम से कम चार जानों को लील लिया,वहीं कुछ मवेशी भी जान से गए। नुकसान का आकलन करने में तो काफी समय लगेगा,लेकिन प्रारंभिक अनुमानों के मुताबिक नुकसान का आंकडा करोड को छू सकता है।
बारिश ने शहर की सड़कों को बरबाद कर दिया है। सड़कों के गड्ढे विकराल रुप में आ चुके है। घटिया निर्माणों की पोल इस बारिश ने खोल कर रख दी है। जिन मकान दुकानों में पानी घुसा है वे अपने नुकसान का आकलन करने में लगे है। शहर की विद्युत और दूरसंचार व्यवस्था
भी गडबडाई हुई है। टेलीफोन और मोबाईल के नेटवर्क जाम हो रहे है। फोन पर बात कर पाना कठिन हो रहा है। रेलवे और बस सेवाएं बाधित है।
सर्वाधिक बारिश जावरा में
मौसम विभाग से मिले आंकडों के मुताबिक पिछले चौबीस घण्टों में जिले में औसत दस इंच बारिश दर्ज की गई। इस तरह जिले में इस वर्ष अब तक कुल 32 इंच बारिश हो चुकी है,जोकि पिछले वर्ष इसी अवधि में हुई वर्षा से तेईस इंच अधिक है। विकासखण्ड वार देखें तो सर्वाधिक बारिश जावरा में दर्ज की गई। जावरा में चौबीस घण्टों में 15 इंच बारिश हुई। जावरा में अब तक कुल पैंतीस इंच बारिश हो चुकी है,जो गत वर्ष की तुलना में साढे छब्बीस इंच अधिक है। इसी तरह पिपलौदा में चौबीस घण्टो में दस इंच,रतलाम में दस इंच,सैलाना में दस इंच और आलोट में आठ इंच बारिश दर्ज की गई। जिले में सबसे कम बारिश बाजना में दर्ज की गई। यहां गत चौबीस घण्टों में सात इंच बारिश हुई। रतलाम विकासखण्ड में अब तक कुल साढे बत्तीस इंच बारिश हो चुकी है। बारिश का यह आंकडा गत वर्ष की तुलना में तेईस इंच अधिक है।