प्रभारी मंत्री ने गेहूं उपार्जन केन्द्रों और रतलाम मण्डी का किया निरीक्षण
लोगों की तकलीफें पूछी,काश्तकारों ने संतोष जताया
रतलाम,11 अप्रैल(इ खबरटुडे)। जिले के प्रभारी मंत्री एवं स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने आज रतलाम भ्रमण के दौरान ग्राम बिलपांक के गेहूं उपार्जन केन्द्र एवं कृषि उपज मण्डी रतलाम का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने उपार्जन केन्द्र एवं मण्डी में तौल कांटे,एवं किसानों के लिए की जाने वाली छाया,पानी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।श्री जैन ने रिजेक्ट किए जाने वाले गेहूं के सेम्पल भी देखे। उन्होंने निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन व्दारा गेहंू उपार्जन के लिए दिए गए निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाए ताकि किसानों को किसी प्रकार की तकलीफ न हों। श्री जैन ने निरीक्षण के दौरान किसानों से उपार्जन में आने वाली दिक्कतों से अवगत होना चाहा किन्तु किसानों के व्दारा उपार्जन केन्द्र एवं मण्डी में किए गए इंतजामों पर संतोष जताया।
प्रभारी मंत्री श्री जैन ने ग्राम बिलपांक की पंचायत का निरीक्षण किया।वहां मौजूद किसानों से उन्होंने बातचीत की और गेहूं उपार्जन व्दारा शासन व्दारा किए जा रहे प्रयासों से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने ओलावृष्टि के कारण प्रभावित किसानों की सूची के संबंध में पडताल की। रेवेन्यू इंस्पेक्टर व्दारा बताया कि सूची का प्रकाशन 21मार्च को किया जाकर चस्पा कर दी गई है। बिलपांक के किसानों व्दारा बताया कि ऐसे किसी भी किसान को नाम सम्मिलित नहीं है जिसे नुकसान हुआ हो और नाम उसका सूची में नहीं हो। किसानों ने बताया कि उनके गांव में आलू एवं लहसून की बुवाई ज्यादा की गई है जबकि गेहूं की बुवाई कम की गई। गांव के कृषक राधेश्याम जाट ने प्रशासन व्दारा किए गए इंतजाम पर संतोष व्यक्त किया। श्री जैन ने गेहूं उपार्जन केन्द्र बिलपांक का भ्रमण कर स्वयं तौल कांटे पर गेहूं के कट्टे रखवाकर तुलवाएं। उन्होंने उपार्जन केन्द्र प्रभारी प्रदीप जाट से जानना चाहा कि गेहूं के माश्चर का कैसे पता लगाया जाता है। श्री जैन ने हिदायत दी कि तुलाई में किसी भी प्रकार की गडबडी नहीं होनी चाहिए।
प्रभारी मंत्री ने कृषि उपज मण्डी रतलाम का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। श्री जैन ने तौल कांटों का अवलोकन किया एवं अपने समक्ष गेहूं के कट्टे तुलवाए। उन्होंने उपस्थित किसानों से पूछा कि तुलाई एवं भुगतान में उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं आ रही है। श्री जैन ने मण्डी में बिकने वाले गेहूं के उच्चतम एवं न्यूनतम मूल्य के बारे में भी पूछा। उन्होंने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदे जाने पर जांच किए जाने एवं उसके उपरांत रिजेक्ट गेहूं के सेम्पल मिट्टी परीक्षण शाला में चेक किए। चेकिंग के दौरान प्रभारी मंत्री को बताया गया कि किसानों का गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। जिनका गेहूं रिजेक्ट किया गया उनमें ज्यादातर ऐसे लोग है जो अन्य स्थानों के थे एवं जिन्हे एसएमएस नहीं भेजा गया था।
जहां पंजीयन हो वहीं अपना गेेहूं बिक्री के लिए ले जाए
प्रभारी मंत्री पारस जैन ने किसानों से अनुरोध किया कि जिन उपार्जन केन्द्रों के लिए उनका पंजीयन किया गया है वे उन्हंी उपार्जन केन्द्रों पर अपना गेहूं ले जाए। इससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पडेगा।सभी उपार्जन केन्द्रों को मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार कम चमक वाले गेहूं भी उपार्जित किए जाने हेतु निर्देशित किया गया है। किसानबंधु ध्यान रखें कि गेहूं में यदि मिट्टी पाई जाती है तो उसे उपार्जन केन्द्र पर ले जाने के पूर्व अवश्य छानकर पृथक कर लें।
कृषि उपज मण्डी निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डा.संजय गोयल,एस.पी.डा.आशीष, एसडीएम रतलाम ग्रामीण अवधेश शर्मा एवं अन्य अधिकारीगण प्रभारी मंत्री के साथ मौजूद थे।