November 16, 2024

धामनोद के पेयजल स्त्रोतो में विषैले जीवाणु की पुष्टि

रतलाम/धामनोद,16 जुलाई (इ खबरटुडे)।नगर में 400 से ज्यादा लोगों को बीमार और एक की मौत के पीछे विषैले जीवाणु की पुष्टि हो गई है। धामनोद नगर के 4 में से तीन पेयजल स्त्रोतो में एक विषैले जीवाणु की उपस्थिति पाई गई है। प्रशासन द्वारा लिए गए पानी के सैम्पल की जांच में यह पुष्टि हुई है। इसके बाद सतर्कता के लिए पूरे नगर में इन सभी स्त्रोतो से किसी भी कार्य के लिए पानी के उपयोग पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।

 स्वास्थ विभाग के अमले ने घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ परखा
शनिवार को कलेक्टर बी चंद्रशेखर, रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, एसडीएम नेहा भारतीय, सीएमएचओ डॉ. वंदना खरे सहित प्रशासनिक अमला, पीएचई की टीम धामनोद पंहुची। कलेक्टर ने खुद यहां के सभी जल स्त्रोतो पर जाकर निरीक्षण किया और पीएचई और नगर परिषद के अधिकारियों से चर्चा की। वर्तमान में जिस स्त्रोत से पेयजल सप्लाई किया जा रहा है वहां दोबारा शनिवार को परीक्षण किया गया। कलेक्टर और टीम ने यहां स्वास्थ केंद्र में भर्ती मरीजों का भी हाल-चाल पूछा और कुछ घरों में जाकर भी जानकार ली। स्वास्थ विभाग के अमले ने भी घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ परखा और साथ ही लोगों को पानी ऊबाल कर पीने और खाना बनाने और खाने में भी पूरी सावधानी रखने की नसीहत दी।
4 में से 3 में निकले विषैले जीवाणु 
इधर शुक्रवार को टीम द्वारा लिए गए सैम्पल की रिपोर्ट भी शनिवार को आ गई। सूत्रों के अनुसार धामनोद के जिन 4 मुख्य जल स्त्रोतो  (कुए) उनमें से 3 में रोग जनक जीवाणु पाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार चौथा स्रोतों  भी प्रभावित हैं परंतु अन्य तीन स्रोतों  में विषैले जीवाणु की उपस्थिति की पुष्टि हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि इन्हीं चारों स्त्रोतो से पूरे नगर को पेयजल सप्लाई किया जा रहा था। तीन स्त्रोतो में विषैले जीवाणु की उपस्थिति की पुष्टि होने के बाद सभी स्त्रोतो से पेयजल सप्लाई पूरी तरह बंद कर दी गई है। फिलहाल नगर में सभी घरों में एक निजी ट्यूबवेल से पानी लेकर टैंकरों से सप्लाई किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार इस ट्यूबवेल के पानी का भी परीक्षण किया जा चुका है। इसके पूरी तरह से सुरक्षित पाए जाने के बाद इससे सप्लाई की जा रही है।
दो दिन तक बढऩे के बाद स्थिति अब नियंत्रण में 
उल्लेखनीय है कि गुरुवार रात से धामनोद क्षेत्र में अचानक दूषित पानी पीने के कारण लोग बीमार होने लगे थे। शुक्रवार को भी पूरे दिन मरीजों की संख्या बढ़ती रही। नगर की तीन वर्षीय बालिका सोनू पिता बाबूलाल की इसमें शुक्रवार को मृत्यु भी हो गई थी। नगर में करीब 400 लोग उल्टी दस्त का शिकार हुए हैं। इनमें से करीब 50 अलग अलग समय पर रतलाम और इतने ही सैलाना भी रैफर किए गए। हालांकि शनिवार को कोई नया मरीज सामने नहीं आया है। दूसरी ओर जिन मरीजों का इलाज किया जा रहा है उनमें से भी लगभग 50 प्रतिशत की हालत में सुधार आने के बाद उन्हें अस्पताल से घर भेज दिया गया। स्वास्थ अमले के  अनुसार फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं। पूरी कोशिश की जा रही है कि मरीजों को जल्द से जल्द स्वस्थ किया जा सके। शासन के पास दवाओं का पर्याप्त इंतजाम है। साथ ही नगर में सभी समझाइश दी गई कि उल्टी-दस्त की जरा भी समस्या होने पर तत्काल स्वास्थ केंद्र पर संपर्क करें।

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