कमिश्नर का नगर एवं ग्राम निवेश के दफ्तर में आकस्मिक निरीक्षण
तीन कर्मचारी निलम्बित
रतलाम 1 फरवरी (इ खबरटुडे) । कमिश्नर अरूण पाण्डेय ने आज अचानक नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय में पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ डीआईजी सतीश सक्सेना,कलेक्टर राजीव दुबे तथा एस.पी.डा.जी.के.पाठक भी मौजूद थे।निरीक्षण के दौरान दफ्तर की बदइंतजामी और उप संचालक सहित अधिकारी-कर्मचारियों की गैर हाजिरी से खफा कमिश्नर ने डाइवर्जन के मामलो की फाईल तलब की।
उन्होंने जानकारी ली कि डाइवर्जन के मामलों में अनापत्ति प्रमाण पत्र के कितने मामले कब से लम्बित है। नाराज कमिश्नर ने कलेक्टर राजीव दुबे को दफ्तर की महत्वपूर्ण फाईलें जब्त कर व्यापक जांच कराई जाने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए टीम गठित किए जाने के भी निर्देश दिए। मौके पर ही अपर कलेक्टर निर्मल कुमार उपाध्याय को जांच का जिम्मा सौंपा गया। संयुक्त कलेक्टर एस.के. मिश्रा को सभी महत्वपूर्ण फाईलें कब्जे में लेने के लिए पाबंद किया गया।
तीन कर्मचारी निलम्बित
कमिश्नर श्री पाण्डेय के रतलाम दौरे में तीन कर्मचारियों को विभिन्न कारणों से निलम्बित कर दिया गया है। नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय के आकस्मिक निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए सहायक वर्ग-एक बाबूलाल वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। उप संचालक नगर एवं ग्राम निवेश श्रीमती अनिता कुरोठे को भी पदीय दायित्व एवं कर्तव्य का निर्वहन न करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसी प्रकार जनपद पंचायत रतलाम में पदस्थ सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्रीमती सुनिता पुरन्दरे को पदीय कर्तव्य एवं दायित्व की अवहेलना तथा मुख्यमंत्री आवास मिशन एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आवास मिशन में नगण्य प्रगति के चलते निलम्बित कर दिया गया है। एडीईओ बी.एल.पुरोहित को भी इसी परिप्रेक्ष्य में निलम्बित कर दिया है। अन्य सहायक विकास विस्तार अधिकारियों को भी आगाह किया गया है कि मुख्यमंत्री आवास मिशन के संबंध में कोताही बरतने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
पीडि़त बच्ची का हाल जाना
कमिश्नर श्री पाण्डेय ने जिला अस्पताल पहुंचकर बाजना में हुई घटना मेंे पीडि़त बच्ची का हाल जाना।उन्होंने बच्ची को बेहतर इंतजामों वाले कक्ष में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। कमिश्नर के निर्देश पर पीडि़त बच्ची के पिता को इंदिरा आवास योजना के अन्तर्गत पहली किश्त के रूप में प्रशासन ने 35 हजार रूपए स्वीकृत किए हैं।
श्री पाण्डेय ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.पुष्पेन्द्र शर्मा से बच्ची के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने जानना चाहा कि क्या बच्ची की हालत में सुधार संतोषजनक है। सीएमएचओ ने इस बात की तस्दीक की। कमिश्नर श्री पाण्डेय ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि यदि बाहर से दवाएं मंगाने की आवश्यकता हो तो फौरन दवाएं मंगाने के लिए कदम उठाए जाए। उन्होंने कहा कि यदि बच्ची को इलाज के लिए बाहर ले जाना आवश्यक प्रतीत हो तो उसे आवश्यकतानुसार इंदौर या दिल्ली ले जाने में किसी प्रकार की देरी न की जाए। इस बारे में कमिश्नर ने कलेक्टर राजीव दुबे को भी निर्देश दिए।
कमिश्नर श्री पाण्डेय ने प्रसूति वार्ड का भी मुआयना किया। यहां भर्ती प्रसूताओं से चर्चा के दौरान उन्होंने प्रसूताओं से जानकारी ली कि इलाज या दवा के लिए उनसे किसी प्रकार की राशि की मांग तो नहीं की गई। प्रीतमनगर की यशोदा सहित अन्य प्रसूताओं ने भी इसका जवाब इंकार में दिया। कमिश्नर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अस्पताल में साफ-सफाई और अन्य इंतजाम बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्याओं के निराकरण में उन्हें जिला प्रशासन से भी पूरा सहयोग हासिल होगा।
कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर राजीव दुबे,सिविल सर्जन डा.आनंद चंदेलकर तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।