November 18, 2024

सिरेमिक वर्क और हेण्डलूम कॉटन,कला के विभिन्न बिखेर रहे है मेले में

रतलाम 27मई (इ खबरटुडे)।भगवान के मंदिर में लगाने के दीपक हो, या दिपावली पर घर सजाने के लिये कॉटन की प्राकृतिक सजावट हो जिसमें मिट्टी की खुशबू के साथ प्रयोग संजय बिन्जवा से सिखना चाहिए। इसी प्रकार खिलचीपुरा मंदसौर की महिलाओं द्वारा हेण्डलूम पर बनाये कॉटन, बेडशीट्स/बेड कवर की कला भी अद्भूत है।

प्रदेश के 50 सिध्दहस्त कलाकारों अपनी सामग्री का प्रदर्शन

दोनो शिल्पकार मृगनयनी से जुड़कर कर्मचारी से मालिक बन गए है। यही कारण है कि रोटरी हॉल अजन्ता टॉकिज रोड़ में शिल्पकला के लिये नगर के कईं कलाप्रेमी पहुंच रहे है। जानकारी के अनुसार मृगनयनी एम्पोरियम म.प्र.शासन द्वारा 20 से 30 मई2016 तक 11 दिवसीय हस्तशिल्प प्रदर्शिनी का आयोजन किया जा रहा हैं। शिल्पकारों एवं बुनकरों को प्रोत्साहन देने तथा रतलाम नगर की कलाप्रेमी जनता को शिल्प, हेण्डलूम, पर्यावरण एवं शरीर की अनुकूलता वाले परिधान, प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु उपलब्ध कराये जा रहे है। मेले में प्रदेश के 50 सिध्दहस्त कलाकारों अपनी सामग्री का प्रदर्शन कर रहे है। इन्हीं कलाकारों में से इन्दौर से आये कलाकार संजय बिन्जवा के हाथों की बनाई हुई सामग्री बेजोड़ हैं।

 

संजय द्वारा यह सामग्री स्थानीय बाजरों में उपलब्ध नहीं होती

 

पढ़ाई पूरी कर कार्य को सिखा व मृगनयनी से जुड़कर अपनी कला को ओरों को भी सिखाया। कला के क्षैत्र में म.प्र. का गौरव भी बढ़ाया है। संजय द्वारा विशेष तौर पर रतलाम मेले के लिये घर सजावट हेतु बंधनवार, भगवान के दीपक हेतु मिट्टी के दीपक पर कोण वर्क द्वारा किये गये सिरेमिक वर्क का महीन कार्य विभिन्न डिजाईनों व रंगों में किया है। श्री संजय प्रथम बार रतलाम में आये है। उनके वर्क पर बनाये गये सजावटी सामग्री शुभ लाभ, हेंगिग स्ट्रींग, किचन स्टैण्ड, कुमकुम बॉक्स, पूजा थाली स्पेशल है। उनकी सामग्री पर्यावरण के अनुकूल है अतः सामग्री सजावट के साथ साथ वातावरण में सुकून देती है। यह सामग्री स्थानीय बाजरों में उपलब्ध नहीं होती है जिससे मेले में आने वाले लोग हाथों हाथ लेते है।
कॉटन के रंगीन धागों से लकड़ी के हाथकरघा से बनाये जाने वाले खिलचीपुरा, मंदसौर के बेडशीट्स की मांग पूरे भारतवर्ष में है। खिलचीपुरा बेडशीट्स की विशेषता यह है कि यहां पर समस्त कार्य महिलाओं द्वारा किया जाता है जिन्हें मृगनयनी के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराया जाता है। अब खिलचीपुरा मंदसौर की बेडशीट्स एक ब्राण्ड बन गई हैं जो कि बाजार में अन्य ब्राण्डों के बेड कवर से सस्ते व मजबूत होते है। मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया कि मेले में देर रात्रि तक कलाप्रेमी रहकर शिल्पीयों के मनोबल बढ़ा रहे है। मेला 30 मई तक सभी के लिये निःशुल्क खुला रहेगा।

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