बाबा साहेब से सीखें विषम परिस्थितियों में शिखर को छुना-डा.गोयल
लक्ष्य प्राप्ति के लिए सकारात्मक सोच जरूरी-श्री वारखेडे
अम्बेडकर जयंती पर कलेक्टर एवं एडीएम ने दिया केरियर गाईडेंस
रतलाम 15 अप्रैल(इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल ने आदिवासी बालक पोस्ट मेट्रिक छात्रावास के छात्रों को संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में केरियर गाईडेंस के तहत कहा कि विषम परिस्थितियों में भी शिखर को छुने के लिए किए जाने वाले प्रयासों के संबंध में बाबा साहेब से सिखना चाहिए। आदिवासी कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास की छात्राओं को संबोधित करते हुए एडीएम कैलाश वानखेडे ने कहा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए सकारात्मक सोच का होना निहायत ही आवश्यक है। अम्बेडकर जयंती पर आयोजित केरियर गाईडेंस कार्यक्रम में अतिथियों व्दारा छात्र-छात्राआंें को मार्गदर्शन के साथ ही डा.अम्बेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर भी प्रकाश डाला।
कलेक्टर डा.गोयल ने बालक पोस्ट मेट्रिक छात्रावास में छात्रों को उनके बेहतर भविष्य के लिए सारगर्भित मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि उज्जवल भविष्य के लिए मार्ग में आने वाली समस्त बाधाओं को बेहतर शिक्षा के व्दारा ही दूर किया जा सकता है। छात्रों के लिए छात्रावास में रहकर बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का यह सुनहरा अवसर है। क्योकि छात्रों को यहां पर रहकर पढाई करने का बेहतर वातावरण उपलब्ध है। उन्होंने बेहतर शिक्षा के लिए शासन व्दारा संचालित की जा रही योजनाओं की जानकारी प्रदान की। डा.गोयल ने छात्रों से छात्रावास में समस्याओं के बारे में भी पूछा। उन्होंने सहायक संचालक योगेश उपाध्याय को निर्देशित किया कि छात्रों को पढाई हेतु किसी प्रकार की समस्या न आने दी जाए ताकि वे अपना भविष्य संवार कर राष्ट्र के अच्छे नागरिक बन सके। कलेक्टर डा.गोयल ने छात्रों के साथ भोजन भी ग्रहण किया। उनके साथ एडीएम कैलाश वानखेडे,सहायक कलेक्टर आर.सतीश कुमार भी मौजूद थे।
अम्बेडकर जयंती के अवसर पर ही जिला मुख्यालय पर संचालित आदिवासी कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास में केरियर गाईडेंस अंतर्गत छात्राओं को संबोधित करते हुए एडीएम कैलाश वानखेडे ने कहा कि किशोरावस्था में ही सही निर्णय लेकर भविष्य को उज्जवल बनाया जा सकता है। बेटियों के लिए सरकार हरसंभव सहायता करने के लिए तत्पर है ताकि वे बेहतर समाज के निर्माण में अपनी भूमिका को सशक्त होकर निभा सके। उन्होंने कहा कि बेहतर भविष्य के लिए एक लक्ष्य का निर्धारित होना आवश्यक है और लक्ष्य प्राप्ति के सकारात्मक सोच का होना जरूरी है। श्री वानखेडे ने छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। सहायक संचालक श्री उपाध्याय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास में अनुसूचित जाति कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास,पिछडा वर्ग कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास,सामान्य कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास तथा कन्या प्रिमेट्रिक छात्रावास की छात्राएं भी उपस्थित थी।