एक मुलाकात में जम गई दोस्ती, G-20 सम्मेलन के दौरान खुद आगे बढ़कर पीएम मोदी से मिलने आए ट्रंप
हैमबर्ग,09 जुलाई(इ खबरटुडे)। जी-20 सम्मेलन के दौरान जर्मनी के हैमबर्ग में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले. इस मौके पर प्रेसिडेंट ट्रंप खुद आगे बढ़कर पीएम मोदी से मिलने आए. इस मुलाकात के दौरान दूसरे देशों के नेता भी उनके साथ रहे. आपको बता दें कि ट्रंप से ये मोदी की दूसरी मुलाकात है.
जर्मनी के हैमबर्ग में दुनिया के सबसे अमीर और ताकतवर देशों के राष्ट्रअध्यक्षों की ये तस्वीर भारत के बढ़ते कद का एक बड़ा सबूत हैं. दरअसल जब जी-20 नेताओं का ग्रुप फोटो सेशन हो रहा था. उस वक्त पीएम मोदी दूसरी लाइन में खड़े थे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनके दाएं हाथ की ओर ठीक बगल में खड़े थे. दोनों नेताओं का साथ खड़ा होना प्रोटोकॉल का नतीजा हो सकता है. लेकिन इस फोटो से जुड़ा एक रोचक वाकया हुआ.
सभी मेहमानों को उनकी जगह ले जा रही थीं चांसलर मर्केल
हैमबर्ग में इस मंच पर ग्रुप फोटो खींचा जाना था. क्योंकि जी20 का सम्मेलन जर्मनी में हो रहा है. इसलिए वहां की चांसलर एजेंला मर्केल सभी मेहमानों को उनकी जगह ले जा रही थीं. पीएम मोदी पहले ही दूसरी लाइन में खड़े थे. ट्रंप अपनी पत्नी मेलनिया के साथ बातचीत में मग्न थे. शायद ट्रंप को पता नहीं था कि उन्हें कहां खड़ा होना है, तो पीएम मोदी ने ट्रंप को आवाज लगाई.
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हाथ से इशारा भी किया. लेकिन शायद शोर होने की वजह से ट्रंप सुन नहीं पाए. इसके बाद जर्मनी की चांसलर मर्केल ने ट्रंप को उनकी जगह दिखाई.
जी-20 समिट में मोदी ने ट्रंप से की कई मुद्दों पर बात
गौर करने वाली बात ये है कि पीएम मोदी और ट्रंप एक-दूसरे के अलग-बगल हैं जबकि उनके ठीक सामने चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग खड़े हैं. जी-20 समिट में मोदी ने ट्रंप से कई मुद्दों पर बात की.
मुलाकात की ये तस्वीरें नीति आयोग के वाइस चेयरमैन अरविंद पनगड़िया ने ट्विटर पर शेयर की. जर्मनी में मोदी और ट्रंप की ये दूसरी मुलाकात है. इससे पहले पीएम मोदी 26 जून को वाशिंगटन में ट्रंप से मिले थे. और मोदी के स्वागत में ट्रंप ने व्हाइट हाउस में डिनर दिया था. लेकिन अब ये तस्वीरें बताती हैं कि कैसे एक मुलाकात में ही मोदी और ट्रंप की केमिस्ट्री जम गई है.आपको बता दें कि जी-20 दुनिया के 20 ताकतवर देश और ईयू देशों का समूह है. इस ग्रुप का दुनिया की 85% इकोनॉमी और 75% व्यापार पर कंट्रोल है.