Officer complains : पुलिस अधीक्षक के खिलाफ महिला अधिकारी ने 40 पन्नों की शिकायत की, मानवाधिकार आयोग ने चार सप्ताह में DGP से मांगा जवाब
जबलपुर,06अप्रैल (इ खबर टुडे)। जबलपुर शहर की गोरखपुर पुलिस लाइन निवासी पुलिस इंस्पेक्टर अर्चना नागर ने जबलपुर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा पर लैंगिक शोषण एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इससे संबंधित शिकायती आवेदन मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग को सौंपा है। आयोग ने डीजीपी से चार सप्ताह में जवाब मांगा है।
पीड़िता ने जबलपुर एसपी सिद्दार्थ बहुगुणा पर मानसिक रूप प्रताड़ित करने आरोप लगाया है। इसके साथ ही लैंगिग शोषण और मानव अधिकारों से वंचित करने की शिकायत दी है। मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष नरेंद्र जैन ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) से मामले में जांच कर चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। आयोग ने डीजीपी को कहा है कि वे जबलपुर एसपी पर लगे सभी आरोपों की जांच कराएं। आरोपों की जांच अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) या महानिरीक्षक (IG) स्तर के अधिकारी से करवाने के निर्देश दिए। साथ ही जांच रिपोर्ट 29 अप्रैल 2022 के पहले आयोग को अनिवार्य रूप से भिजवाए।
जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा पर आरोप लगाने वाली महिला पुलिस अधिकारी अर्चना नागर का पहले से ही विवादों से नाता रहा है। 22 सितंबर 2017 में भोपाल के जीआरपी थाना में सहायक बुकिंग क्लर्क साक्षी बुंदेला ने शिकायत दी थी कि पीएचक्यू में टीआई बताने वाली महिला पुलिस अधिकारी ने गाड़ी खड़े करने पर मुझे दो थप्पड़ मारे थे। इसी तरह 8 दिसंबर 2017 को राहुल चतुर्वेदी ने थाना गोविंदपुरा में अर्चना नागर और उनके पिता बसंत नागर के खिलाफ 26 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी।
40 पन्नों में महिला पुलिस अधिकारी की तरफ से की गई शिकायत को लेकर सारे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। साथ ही लोगों के मन में यह भी सवाल है कि महिला पुलिस अधिकारी ने मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग में एसपी के खिलाफ क्यों शिकायत दर्ज कराई है। बहरहाल, इस मामले में पुलिस विभाग का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।