illegal hunting/बाजार में बेचने के लिए आई बाघ की 5 फिट 9 इंच लंबी व 3 फिट चौड़ी खाल बरामद
दो आरोपी गिरफ्तार, सारंगपुर का एक आरोपी पुलिस को देखकर हुआ फरार
उज्जैन,22 जनवरी (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। बाजार में बेचने के लिए लाई गई पूर्ण व्यस्क बाघ की 5 फिट 9 इंच लंबी व 3 फिट चौड़ी खाल चिमनगंज थाना पुलिस ने बरामद की है।खाल ले जा रहे केडी गेट एवं सांईधाम निवासी युवकों को पुलिस ने दबोच लिया,लेकिन सारंगपुर निवासी खरीददार भागने में सफल रहा है।
0.1 प्रतिशत जंगल वाले उज्जैन जिला वन्यजीवों की तस्करी के मामले में भी सामने आने लगा है। वन्य जीवों के शरीर के भागों की तस्करी यहां से होने के मामले सामने आ रहे हैं।पुलिस अधीक्षक उज्जैन सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के अनुसार पुलिस थाना चिमनगंजमंडी ने मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर यह कार्यवाही की है। कानीपुरा रोड पर प्रधानमंत्री आवास योजना के पास से बाघ (टाईगर) की 5 फिट 9 इंच लंबी व 3 फिट चौडी खाल दो व्यक्तियो के कब्जे से जो कि उक्त खाल को बेचने के लिये लाये थे, जप्त की है ।
प्रकरण में दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया है, जिनमे से एक व्यक्ति ने उक्त खाल उसके स्वर्गीय पिता के समय से उसके पास होना बताया है। जो उज्जैन के केडी गेट क्षेत्र का निवासी है, तथा एक व्यक्ति जो उसके साथ खाल का सोदा कराने आया था वह उज्जैन के साईधाम कालोनी का निवासी को गिरफ्तार किया गया है। खाल खरीदने आया व्यक्ति सारंगपुर का निवासी है जो मौके से फरार हो गया है ।
जप्तशुदा खाल की लंबाई 5 फिट 9 इंच लंबी व 3 फिट चौड़ी है जो कि पूर्ण वयस्क शेर की खाल है । शेर की आयु करीबन 12 से 15 वर्ष के बीच होना पाई गई है उक्त जप्तशुदा खाल कीमत के बारे में वनविभाग से जानकारी लेते उक्त खाल बैशकीमती होकर दुलर्भ बताई जा रही है । इस खाल की अंतरराष्ट्रीय कीमत करोडो में आकी जा रही है । प्रकरण के गिरफ्तारशुदा आरोपिया से खाल के संबंध में पूछताछ जारी है तथा वन्यप्राणियो की तस्करी में शामिल व्यक्तियो की जानकारी एकत्रित की जा रही है ।
पुलिस थाना चिमनगंजमंडी पर आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 61/2021 में वन्य जीव सरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39,44,48-ए,49,51 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया है । वन्य प्राणी अधिनियम के अंतर्गत शेर (टाईगर) को अनुसूची एक के अंतर्गत रखा गया है, तथा अति दुर्लभ वन्य प्राणी माना गया है ।
वनमंडलाधिकारी नरेन्द्र पंडवा के अनुसार पुलिस ने कार्रवाई करने के दौरान वन विभाग को सूचना दी थी।संबंधित खाल का रजिस्ट्रेशन आरोपी नहीं दिखा पाए हैं।खाल कितनी पुरानी है इसका पता लगाने के लिए पुलिस जबलपुर एवं भोपाल स्थित लेब से जांच करवा सकती है।
जिले में तस्करी के बढ़े मामले –
उज्जैन जिले में वन्य प्राणियों की तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। डेढ़ माह पूर्व माधव नगर पुलिस ने दंत चिकित्सक के क्लीनिक से हिरण का मांस बरामद किया था। उससे पहले एसटीएफ की टीम दो मुंह का सांप और सुनहरे उल्लू की तस्करी के मामले में महिला और पुरुषों को गिरफ्तार करने में सफल हुई थी। दो मुंह के सांप की तस्करी के पूर्व में भी कुछ मामले सामने आ चुके हैं।