IAS छोड़कर IPS को दिया प्रेफरेंस, सोशल मीडिया पर लाखों फैंस ,जानिए यूपी केडर कि आईपीएस महिला के बारे में

Preferred IPS over IAS, millions of fans on social media, know about the IPS woman from the UP cadre.
UPSC की परीक्षा पास करना बहुत ही कठिन काम माना जाता है यह परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा में से एक है इस परीक्षा के लिए बुद्धि ही नहीं बल्कि मानसिकता ,कठिन परिश्रम और दृढ़ता की भी जरूरत होती है इन परीक्षाओं की तैयारी करने में सालों लग जाते हैं फिर भी सफलता की कोई गारंटी नहीं होती।
जानिए आईपीएस अधिकारी महिला के बारे में।
यूपीएससी की पहली दो कोशिश के बाद भी असफल होने के बावजूद इस महिला ने हार नहीं मानी असफलताओं को उन्होंने सीखने और खुद को सुधारने के अवसर के रूप में देखा। उन्होंने नियंत्रण प्रयास जारी रखा हम जिसे आईपीएस अधिकारी महिला की बात कर रहे हैं उनका नाम है आशना चौधरी जिनकी कहानी आत्म विश्वास और दृढ़ निश्चय की एक मिसाल है आशना उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर हापुड़ जिले में स्थित पिलखुवा से है।
आशना की शिक्षा क्षेत्र की यात्रा भी शानदार रही उन्होंने अपनी 12वीं तक की परीक्षा अपने शहर में की और दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडिज श्री राम कॉलेज से इंग्लिश लिटरेचर में सनातन की डिग्री प्राप्त की इसके पश्चात उन्होंने साउथ एशियन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशंस से मास्टर की डिग्री के साथ-साथ एक एनजीओ में काम किया जो वंचित बच्चों की सहायता करता था।
आशना की सफलता की कहानी।
2019 में आशना अपने परिवार से प्रेरित होकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में लग गई पहले दो प्रयासों में वह असफल रही इसके बावजूद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी निरंतर प्रयास जारी रखा अपनी कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारा और तैयारी की और मॉक टेस्ट के साथ रिवीजन किया आखिरी कार 2022 में अपने तीसरे प्रयास में आशना सफल रही और ऑल इंडिया रैंक 116 हासिल किया अगर वह चाहती तो इस को रिफ्रेश में बढ़ा सकती थी लेकिन उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा आईपीएस को प्रेफरेंस दिया उन्होंने यह सफलता बिना कोचिंग की केवल आत्म ज्ञान और रणनीतिक तैयारी के जरिए की उनकी सफलता यह साबित करती है की मेहनत और निरंतर प्रयास से मुश्किल से मुश्किल कठिनाइयों से भी निपटा जा सकता है।
आशना सेलिब्रिटी से नहीं है कम।
आशना सोशल मीडिया पर सक्रिय है और इंस्टाग्राम पर 2.70 लाख फॉलोवर्स के साथ अपने अनुभव और सलाह मिशन सांझा करती है वह वह अपने संदेश में कहती है कि असफलता अंत नहीं सफलता की ओर एक कदम है इनकी कहानी प्रेरणादायक है बल्कि यह हमें यह सिखाती है कि अपने सपनों को छोड़ना नहीं चाहिए और हमेशा निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए सपना एक ने एक दिन अवश्य पूरा होगा।