रतलाम / ज्यादा से ज्यादा पात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जुड़ जाएं, अधिकारियो पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने दिए आवश्यक निर्देश
रतलाम,28नवंबर(इ खबर टुडे)। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा सोमवार प्रातः समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में विद्युत वितरण कंपनी द्वारा जिले के आदिवासी क्षेत्रों में गड़बड़ बिजली आपूर्ति पर सख्त असंतोष व्यक्त करते हुए अधीक्षण यंत्री सुरेश वर्मा को निर्देशित किया कि लापरवाही नहीं की जाए। सैलाना-बाजना क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में शिकायत प्राप्त हुई है। विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में तत्काल सुधार कर रिपोर्ट देवे। कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान जनजातीय कार्य विभाग में कार्यप्रणाली को चुस्त-दुरुस्त बनाने, व्यवस्था में सुधार के लिए प्रभारी सहायक आयुक्त सुश्री पारुल जैन से प्रभार वापस लेते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग रजनीश सिन्हा को प्रभारी सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग का दायित्व सौंपने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर एम.एल. आर्य, जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े तथा जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर द्वारा जिले के विभिन्न विभागों द्वारा विगत अवधि में किए गए उल्लेखनीय कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी विभागों से प्राप्त की जा रही है। जानकारी का संग्रहण जिला पंचायत में किया जा रहा है। समीक्षा में पाया गया कि किसान कल्याण, कृषि विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, शिक्षा विभाग द्वारा उचित ढंग से जानकारी प्रेषित नहीं की गई है। इस पर संबंधित अधिकारियों के प्रति कलेक्टर द्वारा सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यप्रणाली में सुधार के निर्देश दिए गए। इस दौरान कलेक्टर द्वारा कृषि, शिक्षा, वन, रतलाम ग्रामीण तथा शहर तहसीलदारों को कार्य के प्रति जज्बा पैदा करने के निर्देश दिए गए। जनसुनवाई की लंबित शिकायतों के निराकरण के संदर्भ में कलेक्टर ने उन विभागों को अगले सप्ताह तक निराकरण शून्य करने के निर्देश दिए जिनके पास मात्र 10 शिकायतें हैं।
इस दौरान कलेक्टर ने रतलाम शहर में यातायात व्यवस्था की बदहाली पर चर्चा करते हुए निगम आयुक्त के प्रति सख्त असंतोष व्यक्त किया। उनको शहर की व्यवस्था में सुधार लाने के लिए जुट जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान समाचार पत्रों में मध्यान्ह भोजन संबंधी समाचार पर संज्ञान लेते हुए निर्देशित किया कि धामनोद स्कूल में मध्यान्ह भोजन के प्रभारी का 7 दिन का वेतन काटा जाए। भोजन बनाने वाले समूह को दी जाने वाली राशि से अनुपातिक रूप से खर्च काटा जाएगा। स्कूल के शिक्षकों का भी दो 2 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए। जिला शिक्षा अधिकारी के प्रति नाराजगी व्यक्त की गई, उनसे पूछा गया कि आपका नियंत्रण क्यों नहीं है।