November 20, 2024

स्ट्रीट लाईट के पोल लगने के छह माह बाद भी शुरू नहीं हुआ विद्युत प्रदाय ,मामला पहुंचाया कलेक्ट्रेट सभाकक्ष

जनसुनवाई में 65 आवेदनों पर सुनवाई कर निराकरण के निर्देश जारी किए

रतलाम,02 मार्च(इ खबरटुडे)। जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। इस दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, डिप्टी कलेक्टर सुश्री सिराली जैन ने जनसुनवाई करते हुए निराकरण के निर्देश संबंधित विभागों को जारी किए। इस दौरान 65 आवेदनों पर सुनवाई की गई।

जनसुनवाई के दौरान सूरजश्री कालोनी निवासी राजेश त्रिवेदी ने आवेदन देते हुए बताया कि ओसवाल नगर तथा सूरजश्री कालोनी के बीच स्थित स्ट्रीट लाईट के पोल लगे हैं, जिन पर विगत छह माह से विद्युत प्रदाय बंद है। क्षेत्र में अंधेरा होने के कारण आपराधिक घटनाएं घटित होने का अंदेशा बना रहता है, तत्काल स्ट्रीट लाईट चालू करवाई जाए।

प्रकरण निराकरण हेतु नगर निगम को भेजा गया है। गवली मोहल्ला निवासी जीवन गवली ने बताया कि प्रार्थी की गुमटी जिस स्थान पर स्थित वह जगह प्रार्थी की है परन्तु गुमटी के पास रहने वाले आए दिन मुझे उक्त जगह से लिए परेशान कर रहे हैं। प्रार्थी को उचित न्याय दिलवाया जाए। प्रकरण निराकरण हेतु नगर निगम को भेजा गया है।

ग्राम पंचायत मलवासी के ग्राम नाका निवासी वालजी ने आवेदन में बताया कि ग्राम पंचायत मलवासी के ग्राम नाका में विगत कई वर्षों से शुद्ध पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई है। क्षेत्र में 1 या 2 हैण्डपम्प ही लगे हैं जिनमें भी कम मात्रा में पानी आता है। उक्त हैण्डपम्पों से आने वाले पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने के कारण ग्रामवासियों के स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड रहा है। अतः क्षेत्रवासियों के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। प्रकरण निराकरण हेतु पीएचई विभाग को भेजा गया है।

बाजना तहसील के ग्राम रायपाडा निवासी लक्ष्मण पिता नाथुजी डोडियार ने जनसुनवाई में बताया कि प्रार्थी को उद्यानिकी विभाग द्वारा नेट हाउस एवं अन्य कार्य के लिए शासन की ओर से 14 लाख 20 हजार रुपए स्वीकृत किए गए थे। राशि दिलवाने के नाम पर कुछ लोगों द्वारा प्रार्थी से कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर धोखाधडी करते हुए उद्यानिकी विभाग से 6 लाख रुपए निकाल लिए गए हैं। प्रार्थी द्वारा इस सम्बन्ध में 6 अक्टूबर 2020 को लिखित शिकायत भी उद्यानिकी विभाग को की गई थी लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रकरण निराकरण हेतु सहायक संचालक उद्यानिकी विभाग को भेजा गया है।

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