उज्जैन पुलिस ने किया तिहरे अंधे हत्याकांड का खुलासा”ब्याज के पैसे न चुकाना पडे इसलिए कर दी तीन हत्याएं
उज्जैन,14अप्रैल(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)।पुलिस ने 60 घंटे के दौरान एक ही परिवार के तीन लोगों के अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया है।पकडे गए आरोपियों ने स्वीकार किया कि ब्याज का पैसा न चुकाना पडे इसके लिए पिता पुत्र को लेजाकर गला रेत कर हत्या कर दी थी।
पैसों के एवज में दिए गए चेक ढूंढने के लिए मृतक के घर आकर उसकी मां की गला घोंटकर हत्या कर दी थी एवं शव पलंग पेटी में छूपा दिया था।दोनों आरोपी को पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद गिरफ्त में लिया है।
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल के अनुसार बीते सोमवार को ग्राम गुरावदा थाना इंगोरिया के चौकीदार ने रिपोर्ट की कि चंबल नदी के किनारे पर देवनारायण मंदिर के पास खाई में 02 अज्ञात व्यक्तियों के शव पड़े हैं। जिनमें से एक की उम्र करीबन 25-35 वर्ष एवं दूसरे की 40-50 वर्ष ही दोनों की गर्दन पर धारदार हथियार के निशान है। पहचान छिपाने की नीयत से शवों को गड्ढे में फैककर कपड़े तथा कांटो से ढका गया
घटना स्थल परतीन पढिया वादन के टायर मार्कस भी पाये गये, फरियादी की रिपोर्ट पर मर्ग क्र.18/22,19/22 तथा अप.क्र. 197/2022 धारा 302,201 भादवि पंजीबद्ध किया गया। मृतको की पहचान उनके पास मिले मोबाईल फोन से की गई, जो निवासी हरिनगर थाना जीवाजीगंज होना पाये गये।
द्वितीय घटना का संक्षिप्त विवरण
घटना की सूचना देने जब थाना जीवाजीगंज पुलिस मृतकों के निवास स्थान पहुँची तो मकान बंद मिला पडोसीयों से , जानकारी प्राप्त हुई कि मकान में राजेश नागर अपनी माँ सरोज नागर पुत्र पार्थ नागर के साथ रहते है। पडोसीयों द्वारा बताया गया कि मकान 3-4 दिनों से बंद है।
पुलिस ने संदेह होने पर एफ.एस.एल व फिंगर प्रिन्ट टीम की उपस्थिति में ताला तोडकर मकान में प्रवेश किया तो अंतिम कमरे के पलंग से दुर्गंध आ रही थी जिसमें सरोज नागर का शव कपडे की पोटलीयों के दरमियान मिला। घटना के संबंध मे थाना जीवाजीगंज में अपराध क्र194/2022 धारा 302,201 भा.द.वि पंजीबद्ध किया गया ह।
विशेष टीम का गठन –
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उज्जैन श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने अंधे हत्याकांड के खुलासे के लिए एस.आई,टी गठित कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश भूरिया को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके साथ ही दोनों घटनाक्रम से संबंधित अपराधियों की जानकारी देने वाले को 10-10 हजार के इनाम की घोषणा की गई ।
इस प्रकार से हुआ मामले का खुलासा-
श्री शुक्ल के अनुसार गठित पुलिस टीमों ने दोनों घटनास्थलों का सूक्षमता से निरीक्षण कर घटनास्थलों पर उपस्थित साक्ष्य एकत्रित कर घटना का पुनर्चित्रण किया। मृतक राजेश व पार्थ छोटे व्यापारी व ठेला लगाने वालों को ब्याज पर पैसा उधार देते थे। रोज वसूली करते थे। पुलिस ने मृतकों से जुडे अनेक व्यपारियों व ठेला व्यापरियों से पूछताछ की जिसमें ये बात सामने आई कि एक व्यक्ति जो पहले सब्जी का ठेला लगाता था जो अब आटो चलाता है। चूकि घटना स्थल पर भी छोटे वाहन के टायर मार्कस थे इसलिये समानता पाये जाने पर संदिग्धता द्ढ़ हो गई। संदेही की तलाश की गई जो घर पर नहीं मिला पडौसीयों द्वारा बताया गया कि उक्त व्यक्ति 04 दिन पहले परिवार सहित घर खाली कर इंदौर चला गया है। संदेही के सभी फोन नंबर बंद थे ।
मुखबिर सूचना व तकनीकी सहायता से आरोपी को जिला सागर से हिरासत में लिया गया। आरोपी ने मृतक राजेश से पैसे उधार लिये थे जिसके एवज में ब्लेंक चेक दिए थे।उसके ही एक अन्य व्यापारी मित्र पर भी मृतक का लाखों का कर्जा था। पैसे ना चुकाने पडें इसलिये आरोपी ने अपने मित्र के साथ राजेश व पार्थ को पैसे देने का लालच देकर धोखे से अपने साथ ऑटो में ले जाकर हत्या कर दी।
दोनों आरोपी अपने-अपने चैक लेने मृतक के घर में जबरन घुस गये जिसका विरोध करने पर दोनों ने सरोज नागर की भी हत्या कर शव पलंग में छिपाकर घर पर ताला लगाकर भाग गये।
पुलिस टीम द्वारा प्रथम आरोपी की तलाश इंदौर में की गई जो इंदौर से भागकर सागर रानगिर माता के मंदिर चला गया था जिसे टीम ने सागर जिले से अभिरक्षा में लिया गया है। द्वितीय आरोपी को उज्जैन से अभिरक्षा में लिया गया है। घटना स्थल का पुनः चित्रण करने आरोपीयों का पुलिस रिमांड लिया जा रहा है।