Champions trophy final: न्यूजीलैंड से 25 साल पुराना बदला लेगी टीम इंडिया, 9 मार्च को दुबई में होगा फाइनल

Ind-New final match: ICC टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला नौ मार्च को दुबई के स्टेडियम में होगा। यह मुकाबला भारत व न्यूजीलैंड के बीच में खेला जाएगा। दुबई के मैदान में कप्तान रोहित शर्म को नेतृत्व में टीम इंडिया 25 साल पहले फाइनल मैच में हुई हार का बदला लेने के लिए उतरेगी।
इससे पहले भारत व न्यूजीलैंड की टीम वर्ष 2000 में फाइनल मुकाबले में आमने-सामने हुई थी। इस मैच में न्यूजीलैंड की टीम ने आखिर ओवर में भारतीय टीम को चार विकेट से हराकर टूर्नामेंट को जीत लिया था। उसके बाद से फाइनल में भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ था। इस बार भारतीय टीम के पास 25 साल पहले फाइनल में हुई हार का बदला लेने व ट्राफी जीतने का मौका हैं।
फाइनल मैच को जीतने के लिए भारतीय टीम लगातार अभ्यास कर रही हैं। हालांकि इससे पहले लीक मैच में भारत व न्यूजीलैंड का मुकाबला हुआ था। लेकिन आइसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में न्यूजीलैंड की टीम भारत की टीम पर भारी रही हैं। इससे पहले भारतीय टीम का वर्ष 2019 के वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के साथ सेमीफाइनल और 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी हरा चुकी है।
इसलिए इस बार भारतीय टीम को इस आंकड़े को तोड़ने मौका हैं। हालांकि भारतीय टीम के बल्लेबाजी व गेंदबाजी दोनों ही बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। भारतीय टीम के प्रशंसकों को आस हैं कि फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम बेहतर प्रदर्शन करके न्यूजीलैंड को हराकर ट्राफी जीतने का काम करेगी।
नैराबी में सौरव गांगुली ने किया था बेहतर प्रदर्शन
आइसीसी टूनार्मट का वर्ष 2000 का फाइनल मुकाबला नैरोबी के मैदान पर हुआ था। इस मैच में न्यूजीलैंड की टीम ने टास जीता था और पहले भारतीय टीम को बल्लेबाजी करने का मौका दिया था। इसमें भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने 117 रन की पारी खेली थी।
इसके अलावा सचिन तेंदुलकर ने 69 रन बनाए थे। दोनों खिलाड़ियों को छोड़कर दूसरे खिलाड़ी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए थे। इसके कारण 6 विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम ने 264 रन बनाए थे। इसके बाद न्यूजीलैंड टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो 132 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे।
इसके बाद न्यूजीलैंड खिलाड़ी क्रिस कैर्न्स ने क्रिस हैरिस ने 122 रन की पार्टनरशिप की। जहां पर छठी विकेट पर अच्छी पार्टनरशिप होने के चलते भारतीय टीम दो गेद शेष रहते हुए हार गई थी।