13 अक्टूबर को ही मनेगी विजयादशमी
रतलाम,11 अक्टूबर (इ खबर टुडे)। शारदीय नवरात्रि की महानवमी और विजयादशमी १३ अक्टूबर रविवार को एक ही दिन में मनाई जाएगी। विजयादशमी की तिथि को लेकर उभरे संशय के बीच यह स्पष्टीकरण शाीय आधारों पर दिया गया है।
राष्ट्रीय पंचांग परिषद के संयोजक राजज्योतिषि पं. बाबूलाल जोशी ने बताया कि शासदीय नवरात्रि में इस वर्ष नवमी तिथी दोपहर 13.17 तक रहेगी व इसके बाद दशमी तिथी का प्रवेश हो जाएगा। अत: दोपहर से पहले महानवमी पूजन संपन्न होकर सायं से पहले दशहरा उत्सव में श्रवण नक्षत्र का योग भी सम्मिलित हो रहा है। आयुध पूजन,अपराजिता पूजन,सीमोल्लंघन कर शाम को रावण दहन किया जाएगा।
पं. जोशी ने शाीय आधारों पर बताया कि उदया तिथी अथवा तीन मुहूर्त की तिथी अथवा ब्रम्ह मुहूर्त विजयादशमी में लागू नहीं होता। यह केवल भ्रान्त धारणा है। जबकि शाीय विधान बडे गहरे स्तर पर निर्धारित किया गया है। विजयादशमी अपरान्ह समय की स्वीकार की गई है,जिसमें तिथी,नक्षत्र व स्थिति का तारतम्य आवश्यक होता है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा विजयादशमी का अवकाश 14 अक्टूबर को घोषित किए जाने के कारण दशहरे की तिथी को लेकर भ्रम की स्थिति बन गई थी,जबकि वस्तुस्थिति यह है कि महानवमी और विजयादशमी एक ही दिन 13 अक्टूबर को मनाई जाएगी।