सब रेंज जावरा में दिखेगा 10 सालों में बड़ा जंगल,सवा दो लाख से भी ज्यादा पौधे रोपे गए
रतलाम,12 सितंबर( इ खबर टुडे)। मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रदेश को हरियाली से आच्छादित करने की मंशा में रतलाम जिला भी कदम मिलाकर चल रहा है। जिले में इस वर्ष बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया गया है। इनमें जावरा सब रेंज सबसे अग्रणी है। इस सब रेंज में इस साल सवा दो लाख से भी ज्यादा पौधों का रोपण विभाग ने किया है।
इसमें उल्लेखनीय रूप से वे पौधे भी हजारों की संख्या में रोपित किए गए हैं जो यहां विलुप्त प्राय श्रेणी में आते हैं। आने वाले 10 सालों में जावरा सब रेंज में बड़ा जंगल देखने को मिलेगा। इस साल वर्षा भी बहुत अच्छी हो रही है। विगत जुलाई माह के दौरान जावरा सब-रेंज में कुल मिलाकर 2 लाख 36 हजार 800 पौधों का रोपण किया गया है।
एसडीओ फॉरेस्ट अशोक हनवंत ने बताया कि विभाग के वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत सैलाना रेंज की सब रेंज जावरा के चार स्थानों पर सघन वृक्षारोपण किया गया है। इनमें जावरा विकासखंड के ग्राम सिंदूरकिया, खोजनखेड़ा, झालवा तथा विकासखंड पिपलौदा का कंचनखेड़ी सम्मिलित है। सिंदूरकिया में 35.572 हेक्टेयर में 56 हजार पौधे रोपित किए गए हैं।
खोजनखेड़ा के 45.729 हेक्टेयर में 72 हजार पौधे रोपे गए हैं। झालवा की 5.723 हेक्टेयर भूमि में 8 हजार 800 पौधों का रोपण किया गया है। कंचनखेड़ी में 20 हजार 800 पौधे यहाँ की 13.526 हेक्टेयर भूमि में रोपित किए गए हैं। पौधे वन विभाग के आधिपत्य की भूमि में लगाए गए हैं।
उपरेंजर कमलसिंह देवड़ा ने बताया कि वन विभाग द्वारा जुलाई माह में किए गए इस पौधारोपण के दौरान महत्वपूर्ण रूप से उन पौधों का भी रोपण किया गया है जो अब इस क्षेत्र में विलुप्त प्राय श्रेणी में आ रहे हैं। इनमें अचार, बिलमा, दाहिमन, कदंब, खिरनी जैसी वृक्ष प्रजातियां सम्मिलित हैं।
इनके अलावा सागवान, शीशम, चिरौल, नीम, जैसी प्रजातियां बहुतायत से लगाई गई है। विभाग द्वारा पौधों की देखभाल के लिए भी योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। श्री देवड़ा ने बताया कि गत वर्ष ग्राम रणायरा में भी 15 हजार की संख्या में पौधारोपण किया गया था जिसमें से अभी 99 प्रतिशत पौधे जीवित अवस्था में है।