रिटायर करना भूली बिजली कंपनी, 2 महीने से काम कर रहा लाइनमैन
श्योपुर ,26 मार्च (इ खबरटुडे)।बिजली कंपनी की कई महत्वपूर्ण सेवाएं निजी हाथों में सौंपे जाने का असर कहिए या फिर अफसरों की लापरवाही, लेकिन श्योपुर में बिजली कंपनी में बड़ा फॉल्ट हो गया है। यहां के जिम्मेदार अफसर एक लाइनमैन को रिटायर करना ही भूल गए। कागजों में दो महीने पहले रिटायर हो चुका लाइनमैन आज भी काम कर रहा है और बिजली कंपनी रिटायर कर्मचारी को पूरा वेतन जारी कर रही है। बिजली कंपनी ही नहीं, अन्य सरकारी विभागों में इस तरह की लापरवाही का संभवत: पहला मामला है।
यह रोचक मामला श्योपुर सिटी सर्कल में पदस्थ लाइनमैन नेकराम जाटव का है। नेकराज का रिटायरमेंट 31 जनवरी 2018 को होना था। बिजली कंपनी के दस्तावेज एवं नेकराम जाटव की सर्विस बुक में भी जनवरी में 60 साल के होने व रिटायरमेंट की जानकारी दर्ज है, लेकिन बिजली कंपनी के अफसर और विभागीय बाबू ऐसे मगन रहे कि रिटायर होने वाले कर्मचारियों की फाइल को तीन महीने से पलटकर नहीं देखा।
इस कारण 31 जनवरी को रिटायर होने वाले नेकराम को विभाग से विदाई देना भूल गए। खुद नेकराम भी काम में ऐसा मगन रहा कि उसे भी अपनी रिटायरमेंट की तारीख याद नहीं रही। कमाल तो यह है कि दो दिन पहले नेकराम को अपने रिटायरमेंट की तारीख याद आई तो घबराकर महाप्रबंधक कार्यालय की स्थापना शाखा में पहुंच गया। इसके बाद से जिम्मेदारों में घबराहट बढ़ गई है। दूसरी तरफ बिजली कंपनी के अफसर अब भी कह रहे हैं कि उन्हें लाइनमैन के रिटायरमेंट की जानकारी नहीं। सिटी सर्कल के अधिकारी महाप्रबंधक कार्यालय के अफसरों को इसका जिम्मेदार बता रहे हैं।
35 साल की सेवाएं, 54 हजार वेतन
मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील के टेंटरा गांव के रहने वाले नेकराम जाटव की नौकरी बतौर हेल्पर के मुरैना की अंबाह तहसील में 27 अगस्त 1983 से शुरू हुई थी। तब बिजली कंपनी पूरी तरह सरकारी थी और नाम बिजली विभाग था। करीब 35 साल की नौकरी में नेकराम अंबाह के थरा गांव के बाद वीरपुर, विजयपुर और श्योपुर में रहा। करीब 15 साल पहले वह प्रमोट होकर लाइनमैन बना। नेकराम का पूरा वेतन 54 हजार से ज्यादा है, लेकिन फंड, बीमा आदि की कटौती के बाद उसे 44 हजार 500 से ज्यादा वेतन हर महीने मिलता है। 31 जनवरी की रिटायरमेंट के बाद फरवरी से पेंशन मिलनी थी, लेकिन पूरा वेतन मिला। अब मार्च का भी पूरा वेतन मिलने वाला है।
कई जिम्मेदार पर भनक किसी को नहीं
बिजली कंपनी में एक-एक कर्मचारी और अधिकारी की मॉनीटरिंग, उसके काम-काज के लेखा-जोखा और रिटायरमेंट तक की जानकारी के लिए कई शाखाएं। इनमें से सबसे पहले वह क्षेत्राधिकारी होता है जहां कर्मचारी पदस्थ है। इसके बाद महाप्रबंक कार्यालय में स्थापना शाखा और अंत में सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी एचआर मैनेजर पर रहती है, लेकिन दो महीने पहले रिटायर हो चुके नेकराम के बारे में बिजली कंपनी के एचआर गौरव पटौदिया तक को कोई जानकारी नहीं है। पटौदिया ने एरिया अफसरों की जिम्मेदारी बताकर पल्ला झाड़ लिया।
इनका कहना है
हां रिटायरमेंट तो 31 जनवरी को होना था, लेकिन मुझे तो याद ही नहीं रहा। शुक्रवार को मुझे इसका पता लगा तो तत्काल स्थापना शाखा के प्रभारी हरिकिशोर परिहार को जानकारी दे आया। मैंने तो जनवरी के बाद से एक छुट्टी तक नहीं ली और नियमित काम कर रहा हूं। हां मुझे फरवरी में पूरा वेतन मिला है। इस महीने भी काम किया है तो पूरा वेतन ही मिलेगा – नेकराम जाटव, लाइनमैन, बिजली कंपनी श्योपुर