नागरिकता संशोधन कानून को चुनौती देने वाली 140 से ज्यादा याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
नई दिल्ली, 22जनवरी ( इ खबर टुडे )। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगा. CJI एसए बोबडे, जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर की बेंच सुनवाई करेगी. CAA को लेकर कुल याचिकाओं की संख्या 144 हो चुकी है. इनमें से एक-दो या कुछेक को छोड़कर सब उसके खिलाफ हैं. हम कह सकते हैं कि नागरिकता कानून के खिलाफ 140 से ज्यादा याचिकाएं हैं.
हालांकि ज्यादातर याचिकाओं में कानून को असंवैधानिक करार देकर रद्द करने की मांग की गई है. याचिकाओं में कहा गया है कि CAA संविधान के मूल ढांचे के साथ छेड़छाड़ करता है. ये कानून मनमाना और समानता के अधिकार के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करता है. धर्म के आधार पर किसी को नागरिकता देने से इनकार नहीं किया जा सकता है.
सुप्रीम कोर्ट ने पहले इस मामले में केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. NPR और CAA के खिलाफ दाखिल एक जनहित याचिका पर भी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. इसमें भी केन्द्र सरकार को नोटिस जारी किया गया है. याचिका इसरारुल हक मंडल ने दाखिल की है. याचिका में गृह मंत्रालय द्वारा 31 जुलाई 2019 की अधिसूचना के अनुसार एनपीआर अप्रैल से शुरू होने वाला है.
लगातार विरोध के बीच सुप्रीम कोर्ट में विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली 130 याचिकाओं पर सुनवाई होगी. मुख्य याचिकाकर्ता जयराम रमेश, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, जमीयत उलेमा हिंद, असदुद्दीन ओवैसी, असम से कई संगठन हैं, जिसमें ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन, कमल हसन की पार्टी, डीएमके और महुआ मोइत्रा शामिल हैं. याचिकाओं में कानून पर रोक लगाने की मांग भी की है.