जिला पंचायत की बैठक में हुए घोटालो के खुलासे
सड़क बनाए बिना ही किया भुगतान, लोकायुक्त जांच होगी
रतलाम , 21 मार्च (इ खबर टुडे )। एक सड़क को अधिकारियों ने कागज में बनाकर ही ठेकेदार को 52 लाख का भुगतान कर दिया। अब इस मामले की जांच लोकायुक्त से तथा ईओडब्ल्यू से कराने का निर्णय जिला पंचायत में लिया है । जिला पंचायत की गुरूवार को हुई साधारण सभा में भ्रष्टाचार को लेकर जमकर हंगामा हुआ।
बैठक शुरू होते ही कांग्रेस सदस्यों ने मावता से होरी हनुमानजी तक बनी सडक को मुद्दा उठाया जिसमें बिना सडक बने ही 52 लाखका भुगतान कर दिया गया। बैठक में कांग्रेस के किर्तीशरण एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष दशरथ आंजना ने अधिकारियों को इस मामले को लेकर जमकर घेरा। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कोई जवाब नही दे पाए। बैठक में इस मामले की जांच लोकायुक्त से साथ ही आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो से भी कराने का निर्णय लिया गया। बैठक कांग्रसे सदस्यों ने ओलावृष्टि को लेकर सर्वे एवं मुआवजा वितरण को लेकर भी असंतोष जाहिर किया। उन्होने कम मुआवजे को लेकर तथा भाटखेड़ी गांव को सर्वे में शामिल नही करने को लेकर भी हंगामा किया एवं भेदभाव का आरोप लगाया।
सर्व शिक्षा अभियान में भी भ्रष्टाचार
बैठक में सर्व शिक्षा अभियान के भ्रष्टाचार का मुद्दा भी जमकर गुंजा। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत निर्माणाधीन व स्कूलों में देवासमेक्स कंपनी के घटिया खिड़की दरवाजे को लेकर अधिकारियो पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। सांसद प्रतिनिधि कीर्तिशरण सिंह एवं विधायक प्रतिनिधि हिम्मत सिंह श्रीमाल ने कहा कि इसमें निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत है। अधिकारियों ने कंपनी से मीलीभगत कर जिले भर के विद्यालयों में इसी कंपनी के दरवाजे एवं खिडकियां लगवाई है जो घटिया क्वालिटी के है। कई जगह यह टूट गए है। बैठक में सभी स्कूल जहां इस कंपनी के दरवाजे लगाए गए है निकाल कर अच्छी क्वालिटी के दरवाजे लगाने के निर्देश दिए। मामलेकी जांच के निर्देश भी दिए गए है।
जावरा में स्वास्थ्य सेवा बिगड़ी
बैठक में जावरा में स्वास्थ्य सेवा बिगडने का मुद्दा भी उठ। बैठक में सीएचएमओं पुष्पेन्द्र शर्मा ने स्वीकार किया कि जावरा चिकित्सालय के प्रभारी डॉ.विनोद लहरी मुख्यालय पर विकास नही करते है। सीएचएमओं ने कहा कि वे नागदा से उप डाउन करते है एवं उनकी ओपीडी में नही बैठने की शिकायत प्राप्त हुई है। डॉ.लहरी की पत्नी भी महिला चिकित्सालय में डयूटी समय में अक्सर गायब रहती है। सीएचएमओं ने सदन को आश्वासन दिया कि मार्च अंत तक इस मामले में कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जिला चिकित्सालय में तैनात स्टाफ नर्स अनिता फिलिप्स की लापरवाही से हुई मौत पर भी हंगामा हुआ। जिला पंचायत अध्यक्ष ने सीएचएमओं को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
पुलियाए फिर से बनेगी
जिला पंचायत की बैठक में लगभग सभी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा ही छाया रहा है। आरईएस द्वारा आलोट क्षेत्रके में निर्माण की जा रही बारह मासी सडको में भ्रष्टाचार का मुद्दा विरेन्द्रङ्क्षसह सोलंकी ने उठाया। उन्होने कह कि इन सडको में बनाई गई पुलियाओ मेंं भारी भ्रष्टाचार किया गया है। घटिया निर्माण से पुलियाए बनने के साथ ही उखडने लगी है। आरईएस के ई.ई. ने निर्माण में गड़बड़ी को सदन में स्वीकार किया और कहा कि वे पुलियाओं को तोड़कर फिर से बनवाएंगे। श्री सोलंकी ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों द्वारा सदन में लगातार गलत जानकारी देने पर नींदा प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति सेपारित किया गया। अधिकारियों एवं लोक निर्माण मंत्री को अनुशंसा की गई है।
बैठक में गूंजे घोटाले ही घोटाले
जिला पंचायत में गुरुवार को साधारण सभा की बैठक में घोटालों और भ्रष्टाचार को लेकर जमकर बहस और गहमा गहमी चली। आलम यह हो गया कि कांग्रेस तो दूर भाजपा सदस्यों ने भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अधिकारियों को घेरा। एक सदस्य ने तो हाथ जोड़कर अधिकारियों से कह दिया गुंडा राज से मुक्ति दिलादो साहब। भाजपा सदस्य हरीराम बागरी ने तो इतनी परेशानी व्यक्त की कि उसने कहा कि अधिकारी हमारी इज्जत नहीं करते। उन्होंने मंत्री के बारे में कहा कि वे वार्ड में आकर दौरा कर जाते हैं और उन्हें पता भी नहीं चलता।
बैठक में जनपद सीईओ सैलाना को भी जमकर फटकार लगाई गई। उनके द्वारा अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर करवाकर राशि लेने के मामले में जांच के आदेश दिए गए। बैठक में वन विभाग के डीएफओ को भी फर्जी पौधारोपण को लेकर घेरा गया। सदस्यों ने आरोप लगाए कि डीएफओ ने जिन स्थानों पर पौधारोपण करने की बात कही है वहां पर पौधे हैं ही नहीं। बैठक में समस्त विभागों के अधिकारियों सहित जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता राजमल जैन, उपाध्यक्ष दशरथ आंजना,हिम्मतसिंह श्रीमाल,कैलाश निनामा, नंदराम शाह सहित जिला पंचायत सदस्य उपस्थित थे।