कोरोना से बड़ा खतरा:सीआइडी ने किया अलर्ट, लूट और डकैती की घटनाएं बढ़ने की आशंका
इंदौर,07 जून ( इ खबर टुडे)। पुलिस को अभी कोरोना संक्रमण से मुक्ति भी नहीं मिली थी कि अपराधियों ने नया संकट पैदा कर दिया। जैसे ही अनलॉक-1 शुरू हुआ लूट-चोरी जैसी घटनाएं शुरू हो गईं।
चिंतित अपराध अन्वेषण ब्यूरो (सीआइडी) मुख्यालय ने सभी एसपी और डीआइजी को पत्र लिखकर चेतावनी जारी की है। सीआइडी को आशंका है कि महामारी के कारण बेरोजगारी बढ़ेगी और लूट-डकैती, चोरी जैसे अपराधों पर नियंत्रण मुश्किल हो जाएगा।
सीआइडी एडीजी कैलाश मकवाणा ने प्रदेश के सभी एसपी और डीआइजी को एक गोपनीय पत्र भेज अलर्ट किया है। मकवाणा ने कहा कि विगत दो माह से पुलिस अधिकारी और कर्मचारी कोविड-19 महामारी समस्या नियंत्रण और लॉकडाउन पालन में जुटे हुए थे। इस कारण पुलिस के व्यावसायिक कार्य पूर्णतः प्रभावित रहे।
महामारी के कारण कई लोगों के रोजगार खत्म हो गए। ऐसे में बेरोजगारी के कारण निकट भविष्य में संपत्ति संबंधी अपराध जैसे लूट, गृहभेदन, चेन लूट, मोबाइल लूट, एटीएम में चोरी, डकैती जैसे अपराध बढ़ सकते हैं। एसपी सभी इकाइयों को मूल कार्य में लगा देवें। एडीजी ने यह भी कहा कि कोरोना के कारण पैरोल पर छूटे अपराधियों से ज्यादा खतरा है। उनके पुनः सक्रिय होने की आशंका है। संबंधित थाने उनकी नियमित निगरानी करें और संलिप्तता की पुष्टि कर पैरोल निरस्त करवा दें।
बाहरी इलाके और घाट क्षेत्र में ज्यादा खतरा
सीआइडी एडीजी ने रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया है कि शहर के बाहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को अधिक खतरा है। घाट क्षेत्र और दुर्गम इलाकों में लूट, डकैती, वाहनों में कटिंग जैसी घटनाएं हो सकती हैं। पुलिस अधिकारी संभावित स्थानों को तत्काल चिन्हित कर रात्रि गश्त और दिन में सघन चेकिंग शुरू करवा दें।
ग्राम रक्षा समिति और नसुस सदस्यों से भी सतत पेट्रोलिंग करवाई जाए। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि कोरोना के कारण जिन स्थानों को चिन्हित किया था उनकी समीक्षा कर कम महत्वपूर्ण स्थानों से बल को निकालकर उन स्थानों पर तैनात कर दें जहां घटना होने की आशंका रहती है।
एसपी-डीआइजी को ये सुझाव दिए
- संपत्ति संबंधित अपराधों में लिप्त अपराधियों की पृथक से सूची तैयार करें।
- फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित करें। वारंट तामीली करवाएं।
- पिछले 10 वर्षों में चोरी-लूट में लिप्त बदमाशों की हिस्ट्रीशीट फाइल तैयार करें।
- चोरी व लूट में लिप्त बदमाशों की गैंग की सूची तैयार कर निगरानी करें।
- न्यायालय में विचाराधीन हैं तो तत्काल गवाही कर सजा दिलाने का प्रयास करें।
- पैरोल पर छूटे बदमाशों की संलिप्तता देख पैरोल निरस्त करवाया जाए।
- लंबे समय से फरार आरोपितों की गिरफ्तारी पर इनाम की घोषणा करें।
रात में बेवजह घूमने वालों को पकड़ें : आइजी
चोरी और लूट जैसी घटनाओं को रोकने के लिए आइजी विवेक शर्मा ने जिले के सभी सीएसपी व टीआइ को निर्देश जारी कर कहा कि रात में अकारण घूमने वालों की धरपकड़ हो।
अनलॉक-1 में रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक घूमने की मनाही है। सिर्फ विशेष कारणों पर ही बाहर जा सकते हैं। उन्होंने संदेहियों की धारा 188 और 109 के तहत गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। आइजी ने कहा कि संबंधित एसपी कार्रवाई की निगरानी करेंगे।