हिन्दूओं का संगठित होना आवश्यक-क्षमाराम जी महाराज
अयाना फन्टे पर रामद्वारे का समारोहपूर्वक शुभारंभ
रतलाम,27 जून (इ खबरटुडे)। रामधाम सींथल (बीकानेर) के आचार्य संत श्री क्षमाराम जी महाराज ने कहा है कि देश में धर्म की बहुत हानि हो रही है। इस समय यह आवश्यक है कि हिन्दू संगठित रहे और चुनाव के समय हिन्दूहित का ध्यान रखने वाली पार्टी और प्रत्याशी को जीताएं। यदि हिन्दू सतर्क नहीं हुए तो हिन्दूओं को बडी हानि उठाना पडेगी।
आचार्य श्री क्षमाराम जी महाराज जावरा-पिपलौदा मार्ग पर अयाना फन्टे के समीप नवनिर्मित रामद्वारे के शुभारंभ अवसर पर एकत्रित श्रध्दालुओं को सम्बोधित कर रहे थे। आचार्य श्री क्षमाराम जी ने कहा कि देश पर कई तरह के संकट मण्डरा रहे हैं। देश तभी सुरक्षित रहेगा,जब धर्म सुरक्षित रहेगा। उन्होने उपस्थित श्रध्दालुओं से आग्रह किया है कि वे भगवान की भक्ति में अपना मन लगाएं और साथ ही जाति पांति का भेदभाव भूलकर संगठित हो जाएं। आचार्य श्री ने कहा कि संत,समाज के चौकीदार है। वे समाज व सामान्य लोगों के हित में कार्यरत रहते है। महन्त गोपालदास जी ने इस क्षेत्र में धर्म के प्रचार प्रसार के लिए यहां रामद्वारे की स्थापना की है। इसका अधिकाधिक लोगों को लाभ लेना चाहिए।
इससे पहले आचार्य श्री क्षमाराम जी के रामद्वारा पंहुचने पर रतलाम स्थित बडा रामद्वारा के महन्त श्री गोपालदास जी महाराज ने उनकी अगवानी की। आचार्य श्री को बैण्ड बाजों के साथ एक भव्य शोभायात्रा में फन्टे से रामद्वारा तक लाया गया। शोभायात्रा में बडी संख्या में महिलाएं अपने सिरों पर मंगल कलश लेकर चल रही थी,वहीं श्रध्दालुजन अपने सिरों पर रामनाम लिखी हुई पुस्तिकाएं लेकर चल रहे थे। आचार्य श्री के साथ उनके शिष्य कबीरदास जी रामस्नेही भी चल रहे थे,वहीं महन्त गोपालदास जी के शिष्य पुष्पराज रामस्नेही धर्मदण्ड लेकर चल रहे थे।
रामद्वारा के महन्त श्री गोपालदास की प्रेरणा से क्षेत्र के अनेक महिला पुरुषों ने राम नाम लिखने का संकल्प लिया है और सवा करोड रामनाम लिखने का लक्ष्य रखा गया है,जो शीघ्र पूरा होने वाला है।