स्विमींग पुल में युवक की डूबने से मौत
कांग्रेस ने किया प्रदर्शन,आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग
रतलाम,15 सितम्बर (इ खबरटुडे)। कई दशकों के इन्तजार के बाद बने नगर निगम के स्विमींग पुल में लापरवाही जनित हादसे शुरु हो गए है। स्विमींग पुल को उपयोग में लाए जाने को अभी एक सप्ताह भी नहीं गुजरा है कि एक युवक यहां अपनी जान से हाथ धो बैठा। युवक की डूबने से मौत हो गई। हादसे के बाद कांग्रेस के पार्षदों व अन्य नेताओं ने यहां जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दुर्घटना करीब साढे ग्यारह बजे हुई। खैरादीवास निवासी राघवेन्द्र पिता संजय पालीवाल 17 वर्ष अपने कुछ मित्रों के साथ स्विमींगपुल गया था। उसे तैरना नहीं आता था। उसे कहा गया था कि वह कम गहरे पानी में तैरे,लेकिन अन्य लोगों को देखकर वह भी करीब साढे सात फीट गहरे पानी में उतरने की कोशिश करने लगा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसके मित्रों ने उसे कम से कम दो बार गहरे पानी में जाने से रोका,लेकिन तीसरी बार वह गहरे पानी में चला ही गया।
रविवार का दिन होने से स्विमींग पुल में भारी भीड भाड थी। काफी देर तक राघवेन्द्र की ओर किसी का ध्यान ही नहीं गया। जब उसकी ओर उसके मित्रों का ध्यान गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा बनाया गया स्विमींग पुल बेहद कम गहरा है इसलिए सुरक्षित है। इसके बावजूद यहां इस प्रकार की दुर्घटना होना,यहां मौजूद व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। नगर निगम द्वारा पुल में तैराकी प्रशिक्षक व सुरक्षा गार्ड नियुक्त किए गए है। इसके बावजूद बेहद कम गहरे पानी में युवक की डूबने से मौत जाना बेहद अफसोसनाक है।
घटना की जानकारी मिलते ही बडी संख्या में कांग्रेस नेता स्विमींग पुल पर एकत्रित हो गए। पुल के बाहर आक्रोशित लोगों की भीड एकत्रित हो गई। आक्रोशित भीड का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता महापौर शैलेन्द्र डागा और पुल पर नियुक्त कर्मचारियों के विरुध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग कर रहे थे। आक्रोशित भीड ने स्विमींग पुल के चैनल को क्षतिग्रस्त कर पुल के भीतर घुसने का भी प्रयास किया,लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी के कारण वे सफल नहीं हो पाए। इसलिए पुल में तोडफोड नहीं हो पाई।