महिलाओं को जब तक पुरुषों के समान अधिकार नहीं मिलते, सहकारिता का मूल उद्देश्य सफल नहीं हो सकता : श्रीमती भुसारी
रतलाम ,13 जुलाई (इ खबरटुडे)। महिला सक्षम बनेगी तो देश और भारत माता भी सक्षम बनेगी। जब तक महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार नहीं मिलते, तब तक सहकारिता का मूल उद्देश्य भी सफल नहीं हो सकता।
यह बात सहकार भारती की राष्ट्रीय संयोजिका विजया ताई भुसारी ने महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होेंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला साख समितियों के साथ ही अन्य समितियां गठित की जानी चाहिए जो महिलाओं को रोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बना सके। उन्होंने सहकार भारती की तहसील एवं जिला स्तर पर महिला प्रकोष्ठ गठित करने पर जोर दिया और कहा कि आर्थिक दृष्टि से भारत माता कैसे मजबूत बने, इस पर हमें विचार करना होगा। महिलाओं की सदस्य संख्या बढ़े और अधिक से अधिक महिलाओं को सहकार भारती से जोड़ने की आवश्यकता है क्योंकि सहकारिता ही ऐसा माध्यम है जो एक-दूसरे को जोड़ने और संस्कारित करने का आन्दोलन है। उन्होंने कहा कि केरल में महिलाओं का राष्ट्रीय अभ्यास वर्ग 15 एवं 16 नवम्बर को आयोजित किया गया है जिसमें महिलाओं की समस्याओं पर चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन में राष्ट्रीय सहसंयोजिका हरजीत आर.कौर, प्रांतीय सहमंत्री विजया रायकवार, शोभा सिकरवार, रेखा वैश्य, ज्योति कुलकर्णी, विजया शुक्ला, संगीता तेंदुलकर, श्रीमती पाटीदार, जीवन ज्योति, शबाना खान, श्रीमती अनिता पाहुजा, संध्या उपाध्याय सहित अनेक महिला नेत्रियां उपस्थित थी।