पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत पड़ोसी मित्र देशों से आवागमन सुगम बनाने को प्रतिबद्ध’
नेपाली पीएम के साथ मिलकर वीडियो लिंक से किया जोगबनी- बिराटनगर आईसीपी का उद्घाटन।
काठमांडू/नई दिल्ली 21 जनवरी ( इ खबर टुडे ) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष केपी शर्मा ओली ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार तथा लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने के मकसद से बने जोगबनी-बिराटनगर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) का मंगलवार को वीडियो लिंक के जरिए संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपने सभी पड़ोसी मित्र देशों से आवागमन को सुगम बनाने के साथ ही कारोबार, संस्कृति तथा शिक्षा के क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने को प्रतिबद्ध है।
भारत के सहयोग से बना यह आईसीपी 260 एकड़ में फैला है, जिसके निर्माण में 140 करोड़ रुपए का खर्च आया है। इस आईसीपी की क्षमता रोजाना 500 ट्रक हैंडल करने की है। इस परियोजना से दोनों देशों के बीच कारोबार तथा लोक संपर्क बढ़ेगा। इस आईसीपी का निर्माण दिसंबर, 2016 में शुरू हुआ था, जिसे अक्टूबर, 2019 में पूरा कर लिया गया।
मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल सीमा के आर-पार संपर्क बढ़ाने के लिए सड़क, रेल तथा ट्रांसमिशन लाइन जैसी कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। दोनों देशों की सीमा पर खास जगहों पर बने ये आईसीपी आपसी व्यापार तथा लोगों के आवागमन को सुगम बनाएंगे।
उन्होंने 2015 में नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप की चर्चा करते हुए कहा, ‘2015 का भूकंप एक दुखद घटना थी। भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा मनुष्य की दृढ़ता और संकल्प का इम्तिहान लेती हैं। हर भारतीय इस बात का गर्व महसूस करता है कि हमारे नेपाली भाई-बहनों ने उस त्रासदी का साहस से सामना किया।” उन्होंने कहा कि यह बड़ा ही संतोषजनक है कि भारत-नेपाल सहयोग के तहत बनने वाले 50 हजार घरों में से 45 हजार घर बन गए हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि शेष घरों का भी निर्माण जल्द पूरा हो जाएगा और इन्हें नेपाली भाई-बहनों को सौंप दिया जाएगा।”
कार्यक्रम को वीडियो लिंक के जरिए संबोधित करते हुए नेपाली प्रधानमंत्री कोली ने मोदी को नेपाल आने का न्योता भी दिया। इस पर मोदी ने कहा कि वह इस साल नेपाल यात्रा के लिए उत्सुक हैं। मोदी ने कहा, ‘मेरी कामना है कि आपके सहयोग से इस नए साल में हम अपने संबंधों को और उच्च स्तर पर ले जाएं। साथ ही यह नया दशक भारत-नेपाल संबंधों के लिए स्वर्णिम दशक हो।” मालूम हो कि इसके पहले अप्रैल 2018 में भी भारत-नेपाल द्विपक्षीय व्यापार तथा नेपाल के लिए तीसरे देश से कारोबार बढ़ाने के उद्देश्य से रक्सौल-बीरगंज आईसीपी का उद्घाटन किया गया था।