देश अभी अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है, लेकिन ये दौर क्रांति का दौर है-डॉ प्रणव पंड्या
डॉ प्रणव पंड्या जी का आज रतलाम में शुभागमन हुआ
रतलाम,14जनवरी(इ खबरटुडे)। संसार और देश अभी अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है, लेकिन ये दौर क्रांति का दौर है जो आने वाले समय में देश और विश्व के लिए बहुत अच्छा समय लेकर आएगा। 8 नवंबर को देश के प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का जो कदम उठाया वह क्रांतिकारी कदम है, लेकिन इससे लोगों की मानसिकता में परिवर्तन आया है। यह कदम सिर्फ आर्थिक बदलाव नहीं लाएगा, बल्कि देश की निती बदलेगी। यह कदम आर्थिक, सामाजिक, नैतिक, बौद्धिक परिवर्तन लाएगा। नोटबंटी से क्षणिक कठिनाई जरुर है, लेकिन देश का भविष्य अच्छा है। यह बात अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख एवं अखंड Óयोति पत्रिका के संपादक, ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान के निदेशक और देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ.प्रणव पण्ड्या ने रतलाम प्रवास के दौरान मीडिया से चर्चा में कही। डॉ. पंण्डया ने चर्चा में कहा कि आने वाले 9 सालों में देश और पूरे विश्व के लिए बहुत अ’छी घटनाए होंगी। उन्होंने सीरिया, चीन,रूस, अमरीका में हो रही गतिविधियों के संबंध में कहा कि तृतीय विश्व युद्ध की कोई आशंका नहीं है। उन्होंने कहा कि अमरीका में डोनॉल्ड ट्रंप की जीत अप्रात्याशित है, लेकिन अगर उन्हें काम करने के अवसर मिलते हैं तो यह भारत सहित विश्व के लिए नए आयाम सामने ला सकता है। आने वाले समय में देश में और सकारात्मक परिवर्तन होंगे।
उर्जा से भरें हैं युवा
युवा पीढ़ी के भटकाव के प्रश्न पर श्री पंड्या ने कहा कि देश का युवा उर्जा से भरा है। जरूरत है राजनीति से इतर उन्हें सही दिशा प्रदान करने वाले की। देश के भविष्य पर उन्होंने कहा कि देश में लघु एवं मध्यम उद्योग तेजी से तरक्की करेंगे। उत्तर प्रदेश चुनाव पर कहा कि वहां भी सामाजिकता और विकास के मुद्दे पर तेजी से बड़े परिवर्तन नजर आएंगे। डॉ.पंड्या ने साथ ही बताया कि वे आयोजन में साधकों को हम करेंगे राष्ट्र आराधन विषय पर दिशा निर्माण करने के लिए वक्तव्य देंगे। राष्ट्र आराधन चार प्रकार से होगा जिसमें चार रंगों में दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि देश या विश्व मे ंसुधार के लिए हर व्यक्ति को अपने स्थना पर सोचना पड़ेगा वह कैसे इसमें सहभागिता करें और वह कार्य करना भी पड़ेगा। इससे समूचा समाज और विश्व स्वत: बेहतर बनेगा।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के वर्तमान प्रमुख तथा वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के अनन्य शिष्य श्रद्धेय डॉ प्रणव पंड्या जी का आज रतलाम में शुभागमन हुआ। नववर्ष के प्रथम पर्व पर डॉ पंड्या के रतलाम आगमन की खबर से जिले के गायत्री परिजन सहित श्रद्धालुओं में हर्ष का संचार हुआ है। डॉ पंड्या रतलाम की 2 दिवसीय यात्रा पर आ रहे है। और यह उनकी रतलाम नगर के लिए प्रथम आधिकारिक यात्रा है।उल्लैखनीय है कि डॉ पंड्या इंदौर मेडिकल कॉलेज से एम.डी. गोल्ड मैडलिस्ट है और वर्तमान में गायत्री परिवार के प्रमुख होने के साथ साथ देवसंस्कृति विश्वविद्यालय उत्तराखंड के कुलाधिपति है।
विश्व के अनेकानेक देशों में भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक सम्पदा की पताका फहराई
डॉ पंड्या 1940 से निरंतर प्रकाशित होनेवाली मासिक पत्रिका अखंड ज्योति के संपादक तथा धर्म अध्यात्म के वैज्ञानिक प्रतिपादन के लिए समर्पित ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान के निदेशक का दायित्व का भी निर्वहन करते है। श्रद्धेय डॉ प्रणव पंड्या जी ने ब्रिटैन की संसद सहित विश्व के अनेकानेक देशों में भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक सम्पदा की पताका फहराई है। डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलाम के साथ मिलकर चिंतन नियोजन कर देश के युवाओं के लिए दिया (DIYA) नामक संगठन तैयार किया है, जो देश के विभिन्न प्रांतों में युवाओं के सफल जीवन और दिशाधारा के लिए उल्लैखनीय कार्य कर रहा है।