चिटफंड माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री ने रतलाम जिले की प्रशंसा की,
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कमिश्नर-आई.जी., कलेक्टर, पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग की
रतलाम09 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में सुशासन के लिए ‘रुटीन गवर्नेंस’ और ‘फोकस्ड एजेंडे’ दोनों पर कार्य किया जाए। एक तरफ जहां जनता के रोजमर्रा के कार्य बिना किसी बाधा के सुगमता से हों वहीं आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश व शासन की प्राथमिक वाले विषयों पर नियमित रूप से कार्रवाई हो। सी.एम. डैशबोर्ड के माध्यम से शासन के सभी विभागों की निरंतर मॉनीटरिंग एवं रैंकिंग की जाएगी तथा अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।
चिटफंड माफिया के विरुद्ध कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाएं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में चिटफंड माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की गई है। प्रदेश में 184 प्रकरण पंजीबद्ध कर 3528 निवेशकों को 17 करोड़ 60 लाख रुपए वापस दिलवाए गए हैं। छतरपुर , कटनी , नीमच , रतलाम जिले के अधिकारी विशेष बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि चिटफंड माफिया के विरुद्ध कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाएं तथा निवेशकों को उनके पैसे वापस दिलवाएं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के सभी कमिश्नर्स, आई.जी., कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक आदि के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के प्रथम सत्र में कार्यों की समीक्षा की। वी.सी. के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के पोर्टल का शुभारंभ किया। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डी.जी.पी विवेक जौहरी तथा सभी संबधित उपस्थित थे।
दौरान रतलाम एनआईसी कक्ष में कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड डीआईजी सुशांत सक्सेना अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत बाकलवार सीईओ जिला पंचायत संदीप केरकेट्टा एसडीएम अभिषेक गहलोत डिप्टी कलेक्टर सुश्री शिराली जैन तथा अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे वीसी में मुख्यमंत्री ने रतलाम जिले में चिटफंड माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने पर सराहना करते हुए अधिकारियों को विशेष रूप से बधाई दी
सुशासन की परिभाषा बताई
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सुशासन की परिभाषा बताते हुए कहा कि सुशासन का अर्थ है ‘जनता को बिना लिए-दिए समय पर शासन द्वारा दी जाने वाली समस्त सुविधाओं का लाभ मिलना चाहिए।’ हमारा लक्ष्य है प्रदेश की जनता को सुशासन देना। हमें जनता का कार्य करने के तरीके निकालने हैं न कि कार्य न करने के बहाने तलाशने हैं।