कलेक्टर डा.गोयल की अध्यक्षता में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक संपन्न
रतलाम 23मई(इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल की अध्यक्षता में गत दिवस वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक संपन्न हुई।कृषि विज्ञान केन्द्र कालूखेड़ा जावरा व्दारा आयोजित बैठक में किसानों को बेहतर मार्गदर्शन तथा सुविधाएं मुहैया कराने संबंधी निर्णय लिए गए। बैठक में कार्यक्रम समन्वयक डा.एम.के.श्रीवास्तव ने कृषि विज्ञान केन्द्र का वर्ष 2013-14 का रबी प्रगति प्रतिवेदन एवं वर्ष 2014-15 की खरीफ कार्य योजना प्रस्तुत की।
बैठक में निर्णय लिया कि कम अवधि की सोयाबीन,मूंग,उड़द की किस्मों को प्रोत्साहन दे जिससे अनियमित मानसून से होने वाले दुष्प्रभावों को कम किया जा सके। किसानों को मिट्टी परीक्षण करवाने एवं इसका जियोरेफरेन्सड रिकार्ड कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र में रखे जाए। इसके आधार पर मृदा उर्वरता मानचित्र बनाकर उर्वरकों की अनुशंसा की जाए। सोयाबीन के अलावा वैकल्पिक फसलें जैसे मक्का,मूंग,उड़द,तिल एवं अरहर का क्षेत्रफल बढ़ाया जाए। सोयाबीन की मेढ़ एवं क्रूड पद्धति एवं चौड़ी क्यारी पद्धति (बीबीएफ) को प्रोत्साहित किया जाए।
बैठक में यह भी निर्णय लिया कि फसलवार ( कृषि, औषधि एवं उद्यानिकी) आंकड़े डिजीटलाइजेशन कर विभाग की वेबसाईट पर अपलोड किए जाए। किसान हैल्प लाईन नम्बरों को प्रचारित किया जाए। किसान मोबाईल संदेशों में हितग्राही कृषकों की संख्या वर्तमान में 40 हजार से बढ़ाई जाए एवं संदेश सरल हिन्दी भाषा में होना चाहिए। फसल व्याधि के निदान के लिए जिला स्तर पर नैदांनिक टीम का गठन किया जाए जिसका उत्तरदायित्व कृषि विज्ञान केन्द्र का होगा। इसके साथ ही कृषक ई-मेल एवं वाट्सअप के जरिए कृषि विज्ञान केन्द्र से तुंरत परामर्श प्राप्त कर सकते है। इसके बजट (एन्ड्राईड मोबाईल फोन) की व्यवस्था परियोजना संचालक आत्मा व्दारा की जाए।
बैठक में डा.यूपी.एस.भदौरिया संयुक्त संचालक प्रसार सेवाएं राजमाता वसुंधरा राजे कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर,उप संचालक कृषि सी.के.जैन,परियोजना संचालक आत्मा आर.एस.गुप्ता एवं जिला अग्रणी बैंक के प्रबंधक आर.के.पिप्पल उपस्थित थे। इसके अलावा के.वी.के.मंदसौर एवं नीमच के कार्यक्रम समन्वयक,नाबार्ड,वानिकी,मत्स्य,उद्यानिकी तथा पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के एस.बी.शर्मा, डा.मोहम्मद मुस्तफा, डा.रोशन गलानी, डा. मंजुल पाण्डेय, डा.आर.के.पचोरी व श्रीमती बरखा शर्मा भी मौजूद थे।