सुदीप की गिरफ्तारी पर बंगाल में बवाल, कोलकाता बीजेपी दफ्तर पर CRPF तैनात
कोलकाता 03 जनवरी (इ खबरटुडे)।तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को मंगलवार को रोजवैली चिटफंड घोटाला मामले में पूछताछ के बाद सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पर सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से प्रधानमंत्री उन्हें और उनकी पार्टी के सभी सांसदों को गिरफ्तार कर डाराना चाहते हैं.
कोलकाता में सुदीप बंदोपाध्याय गिरफ्तारी के बाद हुई राज्य में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं और विरोध-प्रदर्शन हुए हैं. कोलकाता में हुई हिंसा में बीजेपी के 12 कार्यकर्ता घायल हो गए हैं जिनमें दो की हालत नाजुत बताई जा रही है. तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर बीजेपी दफ्तर पर हमला करने का आरोप है.
बंगाल में लोकतंत्र नहीं लट्ठतंत्र है: सिद्धार्थनाथ सिंह
कोलकाता में बीजेपी कार्यालय पर हमले को लेकर बीजेपी नेता और पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और जब सत्तारूढ़ पार्टी दंगे करवाती है तो लोकतंत्र की हत्या होती है. सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि टीएमसी के नेता भीड़ को लेकर हंगामा करवा रहे हैं. लगता है दंगा टीएमसी के चरित्र में बस चुका है. पुलिस भी दंगाइयों को अरेस्ट नहीं कर रही है.
बीजेपी दफ्तर पर पथराव के बाद वहां अफरातफरी का माहौल है. कहा जा रहा है कि टीएमसी के कुछ लोग कथित तौर पर इस पथराव में शामिल हैं. मंगलवार को चिटफंड मामले में सुदीप बंदोपाध्याय सीबीआई के सामने पेश हुए. सीबीआई ने सुदीप बंदोपाध्याय से पूछताछ की. केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए तीसरा नोटिस जारी किया था. पहले के दो नोटिसों का तृणमूल सांसद ने कोई जवाब नहीं दिया था.
नोटबंदी के खिलाफ टीएमसी के अभियान के बदले ये कार्रवाई की जा रही है-टीएमसी
इससे पहले सीबीआई के नोटिस पर सुदीप बांदोपाध्याय ने कहा था- मुझे नहीं पता कि मुझे क्यों नोटिस भेजा जा रहा है. यही जानने के लिए मैं आया हूं. इसी मामले में टीएमसी के एक अन्य सांसद तपस पाल से पिछले हफ्ते पूछताछ हुई थी. टीएमसी ने सीबीआई की कार्रवाई में अचानक आई तेजी के लिए केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया है और कहा कि ये बदले की कार्रवाई है. टीएमसी का कहना है कि नोटबंदी के खिलाफ टीएमसी के अभियान के बदले ये कार्रवाई की जा रही है.
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई करोड़ों रुपये के चिट फंड घोटाले की जांच कर रही है. इससे पहले टीएमसी के ही एक और सांसद कुणाल घोष और श्रींजॉय बोस और राज्य सरकार में मंत्री मदन मित्रा को गिरफ्तार भी किया गया था.