November 24, 2024

डॉक्टर मीटिंग में व्यस्त, साड़ी का घेरा बनाकर कराना पड़ी डिलेवरी

जिला अस्पताल के यह हाल हैं
 
कटनी,15 जुलाई (इ खबरटुडे)।प्रसव पीड़ित महिला को 108 एम्बूलेंस जिला अस्पताल तक तो ले आई, लेकिन अस्पताल में उसे कोई इलाज नहीं मिला। एक घंटे तक डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ का इंतजार करने के बाद जब प्रसव पीड़ा बढ़ी तो वहां मौजूद महिलाओं ने साड़ी का घेरा बनाकर अस्पताल परिसर में ही महिला का प्रसव कराया।

जिला अस्पताल परिसर में हुई डिलेवरी के बाद से सरकारी तंत्र पर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं। वहां मौजूद लोगों का कहना था कि जब जिला अस्पताल के यह हाल हैं, तो अन्य सरकारी अस्पतालों के क्या हाल होंगे।
जननी सुरक्षा योजना के नाम पर सरकार करोड़ों रुपये फूंक रही है। मातृ और शिशु मृत्युदर कम करने भी जतन करने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन जिला अस्पताल में शुक्रवार दोपहर जो घटित हुआ उससे एक बार फिर सरकारी योजनाओं की हकीकत सामने आ गई। जहां प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को एक घंटे तक इलाज नहीं मिला और बाद में महिलाओं के सहयोग से अस्पताल परिसर में ही महिला की डिलेवरी करानी पड़ी।
जानकारी के अनुसार कुठला कैलवारा फाटक निवासी रमादेवी पति रावेंद्र (23) को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 108 बुलाई और आशा कार्यकर्ता के साथ जिला अस्पताल लेकर आए। जहां रावेंद्र ने पर्ची बनवाई और डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ को तलाशने लगा। इस दौरान करीब एक घंटा महिला एम्बूलेंस में ही लेटी रही।इसके बाद महिला की पीड़ा बढ़ते ही महिलाओं ने उसे एम्बूलेंस से नीचे उतारा और खुले परिसर में साड़ी का घेरा बनाकर महिला का सुरक्षित प्रसव करा दिया। प्रसव के बाद वहां स्टाफ पहुंचा और महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मीटिंग में व्यस्त थे सिविल सर्जन
जानकारी के अनुसार जिस समय 108 एम्बुलेंस महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंची थी। उस दौरान सिविल सर्जन डॉ. उमेश नामदेव स्टाफ के साथ मीटिंग कर रहे थे। मीटिंग के बाद स्टाफ बाहर आया। महिला को अस्पताल में भर्ती किया और इलाज के बाद जच्चा बच्चा को छुट्टी दे दी।
सिविल सर्जन के अनुसार सूचना मिलते ही महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जच्चा बच्चा स्वस्थ्य थे इसलिए परिजन छुट्टी कराकर ले गए हैं।

 

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