November 18, 2024

डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित हत्या मामले में अब तक 20 लोग पकड़े गए है

श्रीनगर,24 जुलाई (इ खबर टुडे )।आईजीपी कश्मीर मुनीर अहमद खान ने सोमवार को डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित की निर्मम हत्या के सिलसिले में हुर्रियत कांफ्रेंस प्रमुख मीरवाईज मौलवी उमर फारुक से पूछताछ का संकेत देते हुए कहा कि जिससे भी जरुरत होगी, पूछताछ होगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल, इस मामले में 20 लोगों को पकड़ा गया है, कुछ और अन्य लोगों की गिरफतारी जल्द ही होगी।

गौरतलब है कि राज्य पुलिस के सुरक्षा विंग में तैनात डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित की श्रीनगर की एतिहासिक जामिया मस्जिद के ठीक बाहर 22 जून को शब-ए-कद्र की मुबारक रात को उस समय भीड़ ने निर्ममता से हत्या कर दी थी,जब वह वहां श्रद्घालुओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए सुरक्षा बंदोबस्त को यकीनी बना रहे थे। मीरवाईज मौलवी उमर फारुक भी उसी समय वहां पहुंचे थे।

आज आईजीपी कश्मीर मुनीर अहमद खान ने डीआईजी सेंट्रल कश्मीर रेंज गुलाम हसन बट, एसएसपी श्रीनगर इम्तियाज इस्माईल पर्रे और एसपी नार्थ श्रीनगर सज्जाद की मौजूदगी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित की निर्मम हत्या में लिप्त 20 लोगों को पकड़ लिया गया है। शुरु में चार लोग पकड़े गए थे और उनसे पूछताछ के आधार पर ही अन्य लोग पकड़े गएहैं। शहीद डीएसपी का पहचानपत्र, मोबाईल फोन, क्षतिग्रस्त पिस्तौल और वह राड जिससे डीएसपी को पीटा किया गया था, भी बरामद की गई है।

यह पूछे जाने पर कि यह हत्या सुनियोजित थी या अचानक हुई तो उन्होंने कहा कि शब-ए-कद्र की मुबारक रात के मौके पर वहां हजारों की तादाद में श्रद्घालु मौजूद थे। बड़ी संख्या में युवकों का एक दल जाकिर मूसा के नारे लगाते हुए मीरवाईज मौलवी उमर फारुक का स्वागत करने के लिए बाहर निकले। इन्हीं युवकों ने डीएसपी पर हमला किया था। यह युवक मीरवाईज मौलवी उमर फारुक के समर्थक थे।

मीरवाईज मौलवी से पूछताछ की संभावना पर उन्होंने कहा कि शहीद डीएसपी की हत्या के सिलसिले में जिससे भी जरुरत होगी, हम पूछताछ करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या डीएसपी वहां मीरवाईज की सुरक्षा के लिए तैनात था तो जवाब आया कि वह वहां शब ए कद्र की मुबारक रात को आने वाले प्रत्येक श्रद्घालु की सुरक्षा के लिए था।

उन्होंने बताया कि डीएसपी की हत्या में लिप्त एक युवक सज्जाद अहमद गिलकार गत दिनों बडगाम में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया है। वह तीन बार पहले पीएसए के तहत बंद रह चुका है। उस पर 14 आपराधिक मामले दर्ज थे। डीएसपी की हत्या के बाद उसकी भी तलाशी हो रही थी,लेकिन 29 जून को जब वह अदालत में एक मामले की पेशी के सिलसिले में हाजिर नहीं हुआ तो पता चला कि वह एक आतंकी संगठन का सक्रिय सदस्य बन चुका है।

आईजीपी ने कहा कि डीएसपी की हत्या की जांच सही दिशा में आगे चल रही है। हम यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि हमलावर जाकिर मूसा के हक में कयों नारे लगा रहे थे, हत्या सुनियोजित साजिश थी या नहीं, मीरवाईज मौलवी उमर फारुक के स्वागत के समय मूसा समर्थक नारेबाजी का मकसद क्या था। श्रीनगर में पकड़े गए लश्कर माडयूल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह लोग हथियारों का बंदोबस्त करने आए थे। इनसे भी पूछताछ चल रही है।

श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं पर हमले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें अबु इस्माईल समेत दो पाकिस्तानी व दो स्थानीय आतंकी भी शमिल थे। इनके अलावा कुछ ओवरग्राऊंड वर्कर भी हमने चिन्हित किए हैं। हम जल्द ही इन सभी को जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ लेंगे। लेकिन हम यह भी पता लगा रहे हैं कि गत दिनों बराकपोरा में मारे गए दो स्थानी आतंकियों जिब्रान व साद भी इस हमले में शामिल थे या नहीं।

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