ज्योतिष पढाया जाएगा वाजपेयी हिन्दी विवि में
विवि ने स्वीकृत किया छ: माह का प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम
रतलाम,25 मई (इ खबरटुडे)। ज्योतिष अब तक पण्डितों का विषय माना जाता था,लेकिन अब जल्दी ही विश्वविद्यालय में भी ज्योतिष पढाया जाएगा। ज्योतिर्विज्ञान विषय के पाठ्यक्रम की शुरुआत भोपाल में स्थापित अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय में की जा रही है। यह पाठ्यक्रम छ: माह की अवधि का होगा और इसमें भाग लेने वाले को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
विश्व विद्यालय के भाषा,अनुवाद एवं प्रकाशन विभाग के डॉ.राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि ज्योतिष पर आधारित पाठ्यक्रम प्रारंभ करने का प्रस्ताव रतलाम के राज ज्योतिषि पं. बाबूलाल जोशी ने म.प्र.शासन को दिया था। इस प्रस्ताव को विश्व विद्यालय द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।
श्री उपाध्याय ने पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि छ: माही प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम में चार प्रश्नपत्र होंगे। प्रत्येक प्रश्नपत्र सौ अंकों का होगा। प्रथम,द्वितीय तथा तृतीय प्रश्नपत्रों में 70 अंक संत्रांत परीक्षा के लिए होंगे और 30 अंक अधिन्यास(एसाइनमेन्ट) कार्य के लिए होंगे। चतुर्थ प्रश्नपत्र सौ अंकों का परियोजना कार्य का होगा।
उन्होने बताया कि अध्यापन पध्दति के अन्तर्गत 1.व्याख्यान विश्लेषण,2. संगोष्ठी स्वाध्याय,3.दृश्य-श्रव्य माध्यमों का उपयोग,4. विविध कुण्डलियों के उदाहरणों द्वारा अरिष्ट आदि का प्रायोगिक अध्ययन और 5. ज्योतिष के अधिकारी विद्वानों के व्याख्यान आदि आयोजित किए जाएंगे।
ज्योतिर्विज्ञान के अन्तर्गथ मुहूर्त ज्योतिष,कुण्डली निर्माण,होरा ज्योतिष एवं परियोजना कार्य संपादित होंगे। इस पाठ्यक्रम के अध्ययन से काल के विषय में संक्षिप्त ज्ञान,भद्रा की जानकारी,यात्रा के लिए शुभाशुभ मुहूर्त का ज्ञान,घात चन्द्र,यात्रा व गृहारंभ,गृहप्रवेश कार्यों में विचारणीय राहू काल,पंचक का ज्ञान,प्रारंभिक कुण्डली निर्माण पध्दति,कुण्डली के अनुसार साधारण तथा अरिष्ट विचार,मंगली कुण्डली का ज्ञान,राशि एवं ग्रहों से संबन्धित प्रारंभिक जानकारी ,ग्रहों के बल व जन्म कुण्डली के अनुसार जातक के जीवन मेंहोने वाले अरिष्ट का ज्ञान मिल सकेगा।
श्री उपाध्याय ने बताया कि इस पाठ्यक्रम के अध्ययन के लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा बारहवीं उत्तीर्ण की रखी गई है। आवेदन शुल्क तीन सौ रु. तथा अंतिम तिथी दिनांक 16 जून 2014 रखी गई है। पाठ्यक्रम शुल्क ढाई हजार रु.होकर 20 जून तक योग्यता सूचि जारी की जाएगी और 26 जून को सत्यापन होकर 1 जुलाई से पहला सत्र प्रारंभ किया जाएगा।