जिले के ग्यारह हजार से अधिक मतदाताओं ने दिया नोटा को वोट,निर्दलीय और छोटे दलों ने पाए एक लाख से अधिक
रतलाम,12 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद परिणामों के विश्लेषण का क्रम चल निकला है। जिले की पांच सीटों पर ग्यारह हजार से अधिक मतदाता ऐसे थे,जिन्हे कोई भी प्रत्याशी पसन्द नहीं आया और उन्होने नोटा का बटन दबाया,वहीं एक लाख से अधिक मत निर्दलीय और छोटे दलों के प्रत्याशी ले गए।
जिले के चुनाव परिणामों के अनुसार,जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर सर्वाधिक 3477 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। इसी तरह रतलाम शहर में 1529,ग्रामीण में 2320,आलोट में 2450 और जावरा में सबसे कम 1510 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना। इस तरह जिले के कुल 11286 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।
निर्दलीय और छोटे दलों की बात की जाए,तो सर्वाधिक निर्दलीय प्रत्याशी और छोटे दलों के उम्मीदवार सैलाना सीट पर भाग्य आजमा रहे थे। यहां कुल तीन निर्दलीय प्रत्याशी थे। इनमें से कमलेश्वर डोडीयार ने सर्वाधिक 18726 मत हासिल किए। यहां कुल तीन निर्दलीय तथा 7 छोटे दलों के प्रत्याशियों ने कुल 41541 मत प्राप्त किए। सैलाना में छोटे दलों में आप,बसपा,शिवसेना,जनता दल लोकतांत्रिक इत्यादि दल शामिल थे।
सर्वाधिक मत पाने का रेकार्ड जावरा के निर्दलीयों ने बनाया। यहां भाजपा के बागी श्यामबिहारी पटेल ने 23672 वोट हासिल किए,तो कांग्रेस के बागी हमीरसिंह ने 16593 मत प्राप्त किए। जावरा सीट पर दो निर्दलीय तथा पांच छोटे दलों ने मिलकर कुल 46775 मत प्राप्त किए। यहां के चुनावी मैदान में बसपा,आप,शिवसेना आदि मौजूद थे। आलोट सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी कोई नहीं था। जबकि चार छोटे दल बसपा,शिवसेना,आप और बहुजन संघर्ष दल चुनावी मैदान में मौजूद थे। इन चारों पार्टियों ने मिलकर कुल 4911 मत प्राप्त किए।
रतलाम ग्रामीण सीट पर भी निर्दलीय प्रत्याशी नदारद थे। चार छोटी पार्टियों ने यहां 5566 मत प्राप्त किए। रतलाम शहर सीट पर भी निर्दलीय प्रत्याशी नहीं था,यहां पांच छोटे दलों ने मिलकर मात्र 2421 मत प्राप्त किए। इस तरह जिले की पांच सीटों पर निर्दलीयों और छोटे दलों के प्रत्याशियों ने कुल एक लाख एक हजार दो सौ चौदह मत प्राप्त किए।