कपिल हत्याकांड के आरोपियों ने कैदी से जेल में की मारपीट
जेल प्रशासन कर रहा मारपीट से इंकार
रतलाम,14जनवरी(इ खबरटुडे)। जेल में बंद कपिल राठौर हत्याकांड के आरोपियों और अन्य कैदी के बीच शनिवार को जेल के अंदर ही विवाद हो गया। हत्याकांड के आरोपियों ने सजायाफ्ता कैदी के साथ मारपीच कर घायल कर दिया। विवाद की सूचना बाहर भी पहुंच गई और कुछ ही देर में हिंदुवादी संगठन के लोग भी जेल पहुंच गए। हालांकि जेल प्रशासन मामले में मारपीट होने से इनकार कर रहा है, लेकिन सूत्रों के अनुसार जेल के अंदर दोनों पक्षों के बीच अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है।
घटना शनिवार शाम की है। सूत्रों के अनुसार बजरंग दल के पदाधिकारी कपिल राठौर की हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी मुसैफ से मुलाकात करने उसके कोई परिजन जेल आए थे। मुलाकात का समय समाप्त होने पर जब व्यवस्था में लगाए गए सजायाफ्ता कैदी घनश्याम कुमावत ने उसे वापस अंदर जाने के लिए कहा तो मुसैफ ने घनश्याम के साथ मारपीट शुरु कर दी। सूत्रों के अनुसार मुसैफ, हैदर और अन्य साथियों ने घनश्याम के साथ जमकर मारपीट की। मौजूदा कैदियों और जेल प्रशासन ने रोककर घनश्याम को छुड़वाया। घटना की जानकारी कुछ ही मिनटों में जेल के बाहर भी लग गई और हिंदुवादी संगठन के कुछ कार्यकर्ता घनश्याम से मिलने जेल पहुंच गए। उन्होंने घनश्याम से मिलवाने के लिए दवाब बनाया लेकिन जेल प्रशासन ने मुलाकात का समय समाप्त होने की बात कहकर उन्हें सोमवार को आने के लिए
कहा।
हत्याकांड के कारण लगा था 14 दिन का कफ्र्यू
उल्लेखनीय है कि 27 सितंबर 2014 में कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी पर नगर निगम परिसर में ही गोली चलाई गई थी। इसके बाद सैकड़ों की भीड़ ने अस्पताल और सड़कों पर प्रदर्शन किया था। इसी भीड़ का फायदा उठाकर आरोपियों ने बजरंग दल के पदाधिकारी कपिल राठौर और उसके नौकर पुखराज को महूरोड बस स्टैंड स्थित उसकी दुकान पर जाकर मार दिया था। घटना को सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश की गई थी जिसके कारण शहर में तनाव उतपन्न होने से शहर में 14 दिन तक कफ्र्यू लगाया गया था। बाद में जांच में सामने आया था कि हत्या की वजह एजेंटी और अन्य विवाद थे। इस घटनाक्रम के बाद से ही दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
सलीम खान, प्रभारी जेल अधीक्षक, रतलाम का कहना है कि दोनों के बीच नहीं हुई मारपीट सिर्फ विवाद था दोनों के बीच कहासुनी हुई जिसे तत्काल हमने समझाइश देकर सुलझा लिया था। मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है।