December 24, 2024

Heavy Rain Affect : श्री महाकालेश्वर मंदिर में पानी घूसा,रात में ही पानी बाहर किया,भस्मार्ती से सूचारू दर्शन हुए,भारी बारिश से शहर तरबतर

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उज्जैन,22जुलाई(इ खबर टुडे / ब्रजेश परमार )। विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के अंदर शुक्रवार रात शयन आरती के बाद बारिश का पानी घुस आया। मूसलाधार बारिश होने से कार्तिक और गणेश मंडपम तक पानी पहुंच गया था।यहां तक की नंदी मंडप तक पानी देखा गया।प्रबंध समिति की और से बताया गया कि कुछ ही देर में पानी को मोटर पंप से बाहर कर दिया गया था।शनिवार को प्रात: से श्रद्धालुओं ने सामान्य रूप से दर्शन किए हैं।

शुक्रवार रात को एक घंटे की मूसलाधार बारिश हुई।बारिश का पानी इतनी तेजी से बढ़ा कि कुछ ही देर में पानी मंदिर परिसर में फैलने लगा।श्रद्धालुओं की रेंप से होता हुआ पानी मंदिर के विभिन्न क्षेत्रों में फैल गया।इससे शयन आरती के समय मौजूद दर्शनार्थियों को रेंप में पानी के बीच से ही भगवान के दर्शनों के लिए जाना पड़ा। बारिश का पानी नंदी हॉल तक भी पहुंच गया था। हालांकि बारिश के पानी आने के बावजूद मंदिर में दर्शन व्यवस्था जारी रही। बीती रात शयन आरती के दौरान ही बारिश का पानी गणेश मंडपम और कार्तिक मंडपम तक पहुंच गया था लेकिन श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने तत्काल इस संकट को दूर कर लिया। मंदिर समिति ने यहां लगे मोटर पंप से करीब आधा धंटे में पूरा पानी बाहर कर व्यवस्था को सूचारू कर दिया था।यही कारण रहा कि शनिवार को मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रही।

भस्मार्ती से ही दर्शनार्थी श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन करते देखे गये हैं। मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि शनिवार को शाम तक 1.5 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए हैं।पानी अंदर आने के पीछे कारण यह रहा कि मंदिर के आसपास चारों और निर्माण कार्य चल रहे हैं।इससे रेंप मार्ग का जो पानी बडे गणेश की और निकलना था वह रूकावट की वजह से रेंप से होता हुआ मंदिर की और आया।दुसरी और वृद्ध महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र का पानी रूद्रसागर की और जाने की बजाय मंदिर की और आया।मुसलाधार बारिश से पानी आने की स्थिति सामने आने पर हमने पूर्व से लगे हमारे तीन पंपों के अतिरिक्त दो पंप लगाकर पानी बाहर निकाल दिया।हमने भविष्य के लिए पूरी पाईप लाईन डाल रहे हैं जिसके पूर्ण होने और इंटर कनेक्ट होने पर ऐसी स्थिति नहीं बनेगी।

शहर तरबतर,गंभीर के गेट खोले गए

रूक रूक कर हो रही झमाझम बारिश से सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। शिप्रा नदी के छोटे पुल से करीब 10 फीट ऊपर पानी बहता देखा जा रहा है।घाट के सभी मंदिर डूब में आ चुके हैं।शुक्रवार रात को पानी की आवक को देखते हुए गंभीर डेम के गेट नं.3 को 50 सेंटीमीटर खोलकर पानी बहाया गया है।

भारी से भारी बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए शुक्रवार देर रात को जिला शिक्षा विभाग ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के हवाले से जिले के सभी कक्षा 1 से 12 तक के स्कूलों की शनिवार को छुट्टी की घोषणा कर दी थी।शासकीय जीवाजी वेधशाला से जारी सूचना के अनुसार शुक्रवार रात 64.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई।शनिवार को दिनभर में 29.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है।अब तक इस मानसून सत्र में उजजैन में 593.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है।उज्जैन जिला की औसत वार्षिक वर्षा 906.2 मिलीमीटर है।

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