October 10, 2024

रतलाम मेडिकल कॉलेज एक बार फिर चर्चा में :आईसीएमआर के प्रोजेक्ट में फिल्ड में काम करने वाले कर्मचारियों की नियुक्ति में रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल

रतलाम,13 अक्टूबर (इ खबर टुडे ) रतलाम का मेडिकल कॉलेज एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। जहा कॉलेज में आईसीएमआर के प्रोजेक्ट में फिल्ड में काम करने वाले कर्मचारियों की नियुक्ति में रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल होने से हडक़ंप मच गया है। मेडिकल कॉलेज का एक लिपिक आवेदक से नियुक्ति देने के बदले एक सेलेरी की रिश्वत मांगता नजर आ रहा है। यह वीडियो सोश्यल मीडिया पर भी वायर हो गया है। वही इस मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता का कहना है कि उनके पास भी वीडियो आया है और वे इसकी जांच कर रहे हैं। पूर्व में भी कई बार इस कॉलेज से नियुक्ति के नाम रिश्वत की अपुष्ट खबरे सामने आ चुकी है।

जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसीन डिपार्टमेंट को टीबी पर रिसर्च करने के लिए कुछ प्रोजेक्ट मिले हैं। इसमें फिल्ड में काम करने वाले डॉक्टर, टेक्नीशियन और अन्य की जरुरत होती है। इन्ही में नियुक्ति के लिए वीडियो में चर्चा हो रही है। सेलेरी 31 हजार मासिक और नियुक्ति के लिए एक माह की सेलेरी देने पर ही नियुक्ति देने की बात करते हुए अक्षत नाम का युवक दिखाई दे रहा है।

यह अक्षत नाम का व्यक्ति खुद को जीएमसी का लिपिक होना बता रहा है और वह हाईट्स के माध्यम से यहां नौकरी करने की बात भी करता है। साथ ही वह कहता है कि धु्रुवेंद्र सर (कम्युनिटी मेडिसीन के सह प्राध्यापक डॉ. ध्रुवेंद्र पांडेय) से जो बात हुई है उसके अनुसार जो भी यह देगा उसे नियुक्ति में प्राथमिकता देंगे। वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का साथी ध्रुवेंद्र सर से चर्चा और बैठक कराने की बात कहता है तो बार्गनिंग करने वाला व्यक्ति मना कर देता है कि वे किसी से नहीं मिलेंगे।

छह माह के लिए मिलती है नियुक्ति
आईसीएमआर के प्रोजेक्ट में अधिकतम छह माह के लिए नियुक्ति मिलती है। इससे कम समय के लिए भी होती है। इससे ज्यादा समय के लिए कोई नियुक्ति नहीं होती है। वीडियो में बार्गनिंग करने वाला अक्षत नामक युवक छह माह की नियुक्ति और फिर छह माह के लिए नियुक्ति आगे बढ़ाने की बात भी करता दिख रहा है।

पता नहीं कौन यह कर रहा
मुझे भी वीडियो की जानकारी मिली है। मैं स्तब्ध हूं कि यह कौन कर रहा है। हम तो काम करने में रुचि रखते हैं। सारी नियुक्तियां डीन के माध्यम से होती है। इसमें हमारा कोई रोल नहीं होता है। जिसने भी किया है गलत किया है और मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है।
ड़ॉ. ध्रुवेंद्र पांडेय, सह प्राध्यापक कम्युनिटी मेडिसीन, मेडिकल कॉलेज

मामले को जांच में लिया
दोनों वीडियो मेरे पास भी आए हैं। इनकी जांच की जा रही है और जो व्यक्ति मेडिकल कॉलेज के नाम पर यह बात कर रहा है उसकी भी जांच की जाएगी। एक-दो दिन में पूरी जांच कर ली जाएगी।
डॉ. जितेंद्र गुप्ता, डीन मेडिकल कॉलेज, रतलाम

You may have missed