November 22, 2024

Humanity shame/मध्‍य प्रदेश में मानवता शर्मसार, अज्ञात शव को कचरा गाड़ी में फेंका

सोनकच्छ,23 मई (इ खबरटुडे)। नगर से मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें दोबारा सामने आई हैं। इस बार ये तस्वीर सोनकच्छ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से है, जहां एक अज्ञात शव को कचरा फेंकने वाली ट्रॉली से ट्रेंचिंग ग्राउंड में ले जाया गया।

सोनकच्छ में मरीजों का शव उठाने के लिए एक वाहन भी नहीं है। इसके पहले भी एक कोरोना मरीज के शव को सोनकच्छ नगर परिषद की कचरा उठाने वाली ट्रॉली से ले जाने की व्यवस्था की थी, लेकिन उस समय हंगामा होने पर तहसीलदार की गाड़ी से शव को मुक्तिधाम ले जाया गया था। उसके बाद प्रशासन और समाज सेवी ने शव को मुक्ति धाम ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की थी।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को रोलुपिपलिया में फांसी लगाकर 21 वर्षीय युवक को आत्म हत्या कर ली थी।पीएम के बाद शनिवार को शव को दफनाया जाना था। शव के स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जाने के लिए नगर परिषद की कचरा उठाने वाली ट्रैक्टर ट्रॉली का उपयोग किया गया। नगर परिषद के कर्मचारियों के पास भी सुरक्षा किट नहीं थी। लोगों का कहना है कि नगर में सभी राजनीतिक दल के नेताओं की भी कमी नहीं है, समाजसेवियों की भी लंबी लिस्ट है, लेकिन कोई भी नगर में एक स्थाई रूप से शव वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं करा सका है।

पहले भी बेहतर व्यवस्था के वादे किए गए थे
19 अप्रैल को कोविड प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर ने क्षेत्र का दौरा किया था, जिसमे पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा ने नगर में शव वाहन उपलब्ध कराने के लिए बात की थी। जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल की उपस्थिति में कलेक्टर से चर्चा की गई थी। जिसमे जल्द ही नगर को शव वाहन उपलब्ध और अंतिम संस्कार के लिया स्वजनों को आ रही परेशानी से जल्द निजात दिलाने का वादा किया गया। इसी के साथ क्षेत्रिय विधायक सज्जनसिंह वर्मा ने विधानसभा में स्वास्थ विभाग में दो एंबुलेंस दी है।

इनका कहना है
कोरोना से मृत्यु होने वाले मरीजों के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है। अन्य वजह से मृत्य होने वालों के लिए शव वाहन की व्यवस्था नहीं है। अस्पताल वालों के पास शव वाहन की व्यवस्था नहीं है तो नगर परिषद की ट्रॉली से शव को ले जाया गया होगा।

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