कमलाराजा अस्पताल में दो प्रसूताओं की मौत पर हंगामा, महिला चिकित्सक व सुरक्षाकर्मियों से मारपीट
ग्वालियर,11 मार्च(इ खबर टुडे)।कमलाराजा अस्पताल में दो प्रसूताओं की मौत पर हंगामा हो गया। एक प्रसूता के स्वजनों ने न केवल हंगामा किया बल्कि सीनियर चिकित्सक, महिला जूनियर डाक्टर व सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। जिससे गुस्साए जूनियर डाक्टरों ने काम बंद कर दिया।
हंगामा करीब पांच घंटे तक चला। इस घटना से घबराकर पीजी छात्राएं ड्यूटी छोड़कर चली गईं। सूचना मिलने पर जीआरएसमी डीन डा. अक्षय निगम मौके पर पहुंचे। डीन डा. निगम ने देरी से पहुंचने पर अस्पताल प्रबंधक अनिल मेवाफरोश को फटकार लगाई।
जौरा निवासी किरन पत्नी यादवेन्द्र राजपूत को केआरए में शनिवार को भर्ती किया था। निजी अस्पताल से रैफर होकर किरन यहां पहुंची थी। गंभीर हालत में किरन का आपरेशन कर प्रसव कराया गया। लेकिन प्रसव के बाद किरन की तबीयत बिगड़ गई। उसे उल्टी के साथ पेट फूलने की शिकायत हुई। डाक्टर ने आनन-फानन में उसे आइसीयू में शिफ्ट किया। लेकिन उसने दमतोड़ दिया।
किरन की मौत के बाद स्वजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने आइसीयू में मौजूद डा. मेघा बांदिल, पीजी छात्रा डा. चिन्नु भूटिया सहित महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। घटना की जानकारी मिलने पर कम्पू थाना पुलिस और जीआरएमसी के डीन डा.अक्षय निगम मौके पर पहुंच गए। मारपीट करने वालों के खिलाफ कम्पू थाने में मामला दर्ज कराने के लिए कोई राजी नहीं हुआ।
दोपहर में आरती की मौत पर हुआ था हंगामा
नई सड़क निवासी आरती पत्नी शैलेष को शनिवार को भर्ती कराया गया था। परीक्षण में डाक्टर ने पाया कि आरती के गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो चुकी है। डाक्टरों ने शिशु को जैसे-तैसे बाहर निकाला। लेकिन प्रसूता में खून की कमी थी पर बुखार आने के कारण डाक्टर खून नहीं चढ़ा पा रहे थे। जैसे ही प्रसूता का बुखार कम हुआ डाक्टर ने खून चढ़ा दिया। खून चढ़ाने के कुछ देर बाद ही प्रसूता ने दमतोड़ दिया। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। यह हंगामा दोपहर 12 बजे शुरू हुआ और करीब तीन बजे तक चला।
एफआइआर को लेकर हुई थाने पर बहस
जौरा निवासी किरन की मौत के बाद हुए हंगामा और चिकित्सकों के साथ हुई मारपीट के मामले में कंपू थाने में एफआइआर कराने पहुंचे सुरक्षाकर्मियों और प्रबंधन के बीच बहस हो गई। इस मामले कोई भी एफआइआर कराने के लिए सामने नहीं आया। प्रबंधन के एक अधिकारी सुरक्षाकर्मियों पर फरियादी बनने का दबाव बना रहे थे। कर्मचारियों का कहना था कि हम गवाई दे देंगे, लेकिन फरियादी नहीं बनेंगे। डीन डा. अक्षय निगम भी थाने पर पहुंचे लेकिन एफआइआर दर्ज नहीं हो सकी।
इनका कहना है
महिला की मौत के कारणों की जांच कराई जाएगी। अस्पताल में हंगामा करने और चिकित्सकों से मारपीट के मामले में एफआइआर को लेकर सोमवार को चर्चा की कराई जाएगी। डा.अक्षय निगम, डीन, जीआरएमसी