Triple Murder : राजीव नगर ट्रिपल मर्डर- आपसी रंजिश के चलते ही हुआ होगा सनसनीखेज हत्याकाण्ड,पटाखों के धमाकों में दब गई फायर की आवाज,दरवाजे पर ही शूट किया मृतक गोविन्द को
रतलाम,26 नवंबर (इ खबरटुडे)। रतलाम के इतिहास में अब तक के सबसे ज्यादा सनसनीखेज टिहरे हत्याकाण्ड की गुत्थिया सुलझाने के लिए पुलिस पूरी ताकत से लगी है। शुरुआती तफ्तीश में फिलहाल इतना ही अंदाजा लग पाया है कि ये हत्याएं लूट या चोरी की नीयत से नहीं की गई है। इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि यह हत्याकाण्ड कहीं ना कहीं आपसी रंजिश के कारण हुआ है।
उल्लेखनीय है कि एक ही परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या करने जैसी वारदात इससे पहले जिले में कभी भी नहीं सुनी गई थी। इतना सनसनीखेज हत्याकाण्ड पहली बार ही देखने को मिला है। वारदात की गंभीरता के चलते पुलिस के तमाम आला अफसर सुबह से इस वारदात की छानबीन में लगे हुए है। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी,जिले के दोनो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समेत तीनों थानों के टीआई,एफएसएल अधिकारी आदि तमाम अधिकारी अपने अपने स्तर पर मामले की छानबीन में लगे है। एसपी श्री तिवारी सुबह घटनास्थल का मौका मुआयना करने के बाद औद्योगिक थाने पर मौजूद है और पुलिस जांच का नेतृत्व कर रहे हैैं।
अब तक हुई शुरुआती जांच में यही उभर कर आया है कि ये हत्याकाण्ड चोरी या लूट के लिए नहीं किया गया है। पुलिस के जांचकर्ता शुरुआती तौर पर यही मान रहे हैैं कि ये जघन्य हत्याकाण्ड किसी रंजिश की वजह से अंजाम दिया गया है।
हत्या के समय का ठीक ठीक अंदाजा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लग सकेगा,लेकिन जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि गृहस्वामी मृतक गोविन्द राम रात को नौ बजे तक दुकान चलाता था और इसके बाद दुकान बन्द करके घर लौटता था। घटना वाली रात भी दुकान बन्द करके साढे नौ तक घर लौटा था। इस हिसाब से हत्या की वारदात रात साढे नौ बजे के बाद ही हुई होगी। तीन लोगों की हत्या के लिए कम से कम तीन फायर किए गए थे। लेकिन आसपास में किसी को फायर की आवाज सुनाई नहीं दी। इसका कारण यह माना जा रहा है कि बुधवार रात को छोटी दीवाली होने की वजह से रात के वक्त पूरे शहर में पटाखे फोडे जा रहे थे और हर तरफ पटाखों की आवाड गूंज रही थी। पटाखों के शोर में रिवाल्वर के फायर की आवाज दब गई और इसी वजह से आसपास के लोग फायर की आवाज को समझ नहीं पाए।
गाडी की चाबी के कारण पता चला हत्याकाण्ड का
मृतक गोविन्द सौलंकी के ही घर में किराये से रहने वाली एक युवती मृतक दिव्या की सहेली थी। मृतक दिव्या नर्सिंग की पढाई कर रही थी और उसी के घर में रहने वाली युवती नर्सिंग की पढाई पूरी करके एक निजी अस्पताल में काम करती थी। इसी वजह से उक्त युवती की मृतक दिव्या से दोस्ती थी। गुरुवार सुबह करीब साढे आठ बजे दिव्या की सहेली एक्टिवा की चाबी लेने दूसरी मंजिल पर गोविन्द सोलंकी के घर पंहुची थी,उसी समय उसे इस घटना की जानकारी मिली। उक्त युवती ने तत्काल मकान के अन्य रहवासियों को इस बारे में बताया और फिर तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी गई।
दरवाजे पर ही शूट किया गोविन्द सोलंकी को
घटनास्थल गोविन्द राम सौलंकी का राजीव नगर स्थित मकान एक चार मंजिला इमारत है। इस भवन के तल मंजिल पर दो परिवार किरायेदार है,जबकि एक दुकान बनी हुई है। यहां किराने की दुकान संचालित की जाती है। पहली मंजिल पर गोविन्द अपने परिवार के साथ रहता था। तीसरी मंजिल पर भी दो परिवार किरायेदार थे,जबकि चौथी मंजिल पर एक कमरा बना हुआ है। जब पुलिस मौके पर पंहुची,तब मृतक गोविन्द राम का शव दरवाजे के पास ही पडा मिला। उसके पास ही दूध की थैली और कुछ सामान भी पडा था। इससे अंदाजा लगाया गया कि हत्यारे ने घर में घुसते ही सबसे पहले दरवाजे पर ही गोविन्द सोलंकी को शूट किया। उसकी पत्नी का शव पलंग पर पाया गया। गोविन्द को गाली मारने के बाद हत्यारे ने सोने की तैयारी कर रही उसकी पत्नी शारदा पर फायर किया। इसके बाद हत्यारा पिछले कमरे में पंहुचा,जहां उसने दिव्या को शूट किया। दिव्या का शव कमरे के फर्श पर पडा मिला था।
6-8 घण्टे पहले हुई हत्या
वारदात की जानकारी सुबह करीब साढे आठ बजे मिली थी। पुलिस का अनुमान है कि हत्या की वारदात इससे करीब छ: से आठ घण्टे पहले हुई होगी। तीनों शव कडक हो चुके थे। इसी कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है। छ: से आठ घण्टे पहले यानी बुधवार की रात करीब नौ से ग्यारह के बीच ही पटाखे फोडे जा रहे थे,इसी वजह से फायर की आवाज भी दब गई थी।
हांलाकि पुलिस कई एंगल पर जांच कर रही है। कुछ इस प्रकार की सूचनाएं भी पुलिस को मिली है कि मृतक ने कोई जमीन बेची थी,जिसके एवज में बीस लाख रु. से अधिक रकम मिली थी। हांलाकि इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हो सकी है।