सिकल सेल से पीडित व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखा जाए, समय पर जांच एवं उपचार उपलब्ध कराएं: राज्यपाल मंगू भाई पटेल
राज्यपाल श्री पटेल ने एनीमिया मुक्त भारत, एनीमिया से बचाव के तरीकों पर
रतलाम,17 अगस्त(इ खबरटुडे)। राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने सैलाना में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित एनीमिया मुक्त भारत और एनीमिया से बचाव के तरीकों पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया की गंभीरता को समझा जाए। पीडित व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखते हुए उनको समय पर जांच एवं उपचार दिया जाए।
राज्यपाल श्री पटेल ने सिकल सेल एनीमिया के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति की रक्त कणिकाएं हसिए के आकार की होने के कारण इसे सिकल सेल कहा जाता है। जनजातीय समुदाय में उक्त बीमारी के रोगी अधिकतर मिलते हैं। इस बीमारी से पीड़ित होने पर इलाज मुश्किल हो जाता है। इससे बचाव के लिए शादी के पहले वर और वधु दोनों के रक्त की जांच कराई जाना चाहिए।
साथ ही गर्भावस्था के समय गर्भवती महिला की जांच एवं प्रसव के 72 घंटे के भीतर शिशु के रक्त की जांच अनिवार्य रूप से कराई जाना चाहिए। सिकल सेल एनीमिया के रोगी दो प्रकार के होते हैं जिसमें एक होता है रोग से पीड़ित व्यक्ति एवं दूसरा व्यक्ति होता है जो संक्रमित होकर रोग वाहक का कार्य करता है।
विवाह के पहले सिकल सेल पीड़ित व्यक्ति की सिकल सेल पीड़ित व्यक्ति से अथवा रोग वाहक पुरुष का रोग वाहक महिला से विवाह नहीं किया जाना चाहिए, किंतु सामान्य व्यक्ति रोग वाहक व्यक्ति से तथा सामान्य व्यक्ति सिकल सेल पीड़ित व्यक्ति से विवाह कर सकता है।
राज्यपाल श्री पटेल ने अधिक से अधिक लोगों से सिकल सेल एनीमिया की जांच कराने एवं इसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने, लोगों में जागरूकता लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सिकल सेल से पीड़ित बच्चों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। ऐसे बच्चों को अच्छे से अच्छा और सकारात्मक वातावरण दिया जाना चाहिए।
सिकल सेल पीड़ित व्यक्ति तैलीय पदार्थों का उपयोग न करें, अच्छी तरह से व्यायाम करें। इनके माता-पिता आवश्यक रूप से अपनी जांच कराएं। सिकल सेल पीड़ित व्यक्ति के प्रमुख लक्षणों में शारीरिक वृद्धि का रुक जाना, शरीर में कमजोरी महसूस होना, माथा बड़ा हो जाना, उदर बड़ा होना आदि मुख्य है। शरीर में किसी भी प्रकार की कमजोरी होने पर नजदीकी आरोग्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और शासकीय अस्पताल में अपनी जांच अनिवार्य रूप से कराना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रभाकर ननावरे ने सिकल सेल बीमारी के बारे में शिविर में जानकारी दी।